कन्नौज में मासूम की हत्या के बाद लकड़ी के ढेर में दबाया शव, पास में पड़ा मिला पेट्रोल, हंगामा
थाना क्षेत्र के ग्राम रोहली में अनिल कुमार बाल्मीकि का आठ वर्षीय बेटा अंशू सोमवार की रात लापता हो गया था जबकि वह अपनी दादी सरबती के साथ चारपाई पर साेया था। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की। रात में ही प्रधान मनमोहन सिंह यादव ने पुलिस को सूचना दी।
कन्नौज, जागरण संवाददाता। रात से लापता बालक का शव अगले दिन गांव के बाहर लकड़ी के ढेर में दबा मिला। शव को पेट्राेल से जलाने का प्रयास किया गया। घटनास्थल से बोतल बरामद हुई है, जिसमें थोड़ा पेट्रोल भी था। पुलिस शक के आधार पर पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस घटना से गांव में सनसनी फैल गई। एसपी ने एएसपी व सीओ सिटी काे मामले की जांच सौंपी है।
थाना क्षेत्र के ग्राम रोहली में अनिल कुमार बाल्मीकि का आठ वर्षीय बेटा अंशू सोमवार की रात लापता हो गया था, जबकि वह अपनी दादी सरबती के साथ चारपाई पर साेया था। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की। रात में ही प्रधान मनमोहन सिंह यादव ने पुलिस को सूचना दी। थानाध्यक्ष कमल भाटी ने भी तलाश की, लेकिन मंगलवार सुबह तक अंशू का कहीं पता नहीं चला। मंगलवार को शाम चार बजे के करीब गांव के कुछ बच्चे रंजीत यादव के खेत में लकड़ी बीनने गए तो वहां ढेंचा की लकड़ियों के ढेर में अंशू का शव दिखाई दिया। बच्चों ने जानकारी गांव में दी तो पिता अनिल कुमार ने उसकी शिनाख्त की। उसके शरीर पर चोट और जले के निशान थे और पास ही एक बोतल पड़ी थी, जिसमें कुछ पेट्रोल भी था। बालक की हत्या की जानकारी मिलते ही एसपी प्रशांत वर्मा, एएसपी डा. अरविंद कुमार, सीओ सिटी शिवप्रताप सिंह, थानाध्यक्ष कमल भाटी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्वजन से जानकारी की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी ने फोरेंसिक टीम को साक्ष्य एकत्र करने के लिए लगाया है तो एसओजी टीम को हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
घटनास्थल से भाग गया था पिता, पुलिस ने दबोचा: जिस समय पुलिस घटनास्थल पर जांच कर रही थी तो अंशू की मां संतरानी बेटे के शव को देख बेसुध हो गई। वहीं, मौका पाकर उसका पिता अनिल बाल्मीकि भाग गया। पुलिस को उस पर शक हो गया तो थानाध्यक्ष ने उसे पास के गांव से धर दबोचा। एएसपी ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय इंटर कालेज बिरौली में सफाईकर्मी के पद पर संविदा में तैनात है। उसकी पहली शादी फर्रुखाबाद की रीता के साथ हुई थी। रीता तीन बच्चों के साथ छोड़ कर चली गई। आठ माह पहले वह हमीरपुर से संतरानी को ले आया, उसके साथ आठ साल का बेटा अंशू भी आया था। इस आधार पुलिस को पिता पर शक गहराता जा रहा है। पुलिस आसपास के पेट्रोल पंपों पर लगे सीसी कैमरे भी खंगाल रही है।
इनका ये है कहना:
बालक की हत्या के मामले में पुलिस साक्ष्य एकत्र कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत के कारण का पता चल सकेगा। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही घटना का राजफाश किया जाएगा। - प्रशांत वर्मा, पुलिस अधीक्षक