फतेहपुर में सड़क के गड्ढे भरने को कबरई से मंगाए गए बोल्डर, जल्द दूर होगी बदहाली

इसके बाद भी सड़क की दुर्दशा शासन के संज्ञान में अब तक नहीं लाई गई। प्रदेश की प्रमुख गल्ला मंडियों में शामिल बिंदकी की गल्ला मंडी बुंदेलखंड की फसलों के लिए बड़ा बाजार है। सड़क की दुर्दशा के कारण अब बुंदेलखंड से व्यापारी बिंदकी आने का मन नहीं बनाते हैं।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 01:25 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 01:25 PM (IST)
फतेहपुर में सड़क के गड्ढे भरने को कबरई से मंगाए गए बोल्डर, जल्द दूर होगी बदहाली
महाखेड़ा गांव के समीप कानपुर-बांदा मार्ग पर गड्ढे में ईंट भरता मजदूर

फतेहपुर, जेएनएन। कानपुर-बांदा मार्ग पर चौडगरा से ललौली तक गड्ढों और टूटी सड़क पर दैनिक जागरण में लगातार प्रकाशित हो रहीं खबरों के बाद अब जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है। डीएम अपूर्वा दुबे के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता ने टीम के साथ मार्ग का निरीक्षण किया। इसके बाद 32 स्थानों पर बड़े गड्ढों को भरने के लिए कबरई से दो ट्रक बोल्डर मंगवाए गए हैं।

शनिवार देर शाम लोक निर्माण विभाग खंड दो के सहायक अभियंता मृत्युंजय सिंह ने जेई अजीत सिंह, उमेश कुशवाहा के साथ बिंदकी से ललौली तक सड़क देखी। टीम ने 32 स्थानों पर बड़े गड्ढे चिह्नित किए हैं, जो बिंदकी, भवानीपुर, जोनिहां, बंधवा, महाखेड़ा में हैं। गड्ढों में ईंट-भ_ों से जली हुई खंजड़ ईंट डालने का काम शुरू हो गया है। जेई अजीत सिंह ने बताया कि बंधवा के पास सबसे ज्यादा गड्ढे हैं, जिनमें 50 ट्राली खंजड़ ईंट पड़ चुकी हैं। गड्ढे भरने के काम में तेजी लाई जाएगी। बारिश के कारण काम प्रभावित है। खंजड़ ईंट डालने के बाद जैसे ही वाहन निकलते हैं तो ईंट टूटने से फिर उतना ही गड्ढा हो जा रहा है। इस कारण अब ईंट डालने के बाद बोल्डर डाले जाएंगे।

कानपुर से बांदा-चित्रकूट धार्मिक व व्यापारिक मार्ग पर निकलते हैं अफसर से लेकर मंत्री : कानपुर-बांदा मार्ग धार्मिक और व्यापारिक नजरिए से प्रमुख मार्ग है। प्रदेश की राजधानी को बुंदेलखंड से जोडऩे वाले इस मार्ग से श्रद्धालु चित्रकूटधाम जाते हैं। व्यापारी आवागमन करते हैं। वीआइपी-अफसर तक यहां से हिचकोले खाते निकलते हैं, मगर अफसोस कि किसी ने सड़क की दुर्दशा का संज्ञान नहीं लिया। कानपुर-बांदा मार्ग पर चौडगरा से ललौली तक सड़क की दुर्दशा से बुंदेलखंड के नेताओं से लेकर अफसर तक रूबरू हैं। सड़क टूटने और गड्ढों के कारण सफर बहुत मुश्किल भरा हो जाता है। इसके बाद भी सड़क की दुर्दशा शासन के संज्ञान में अब तक नहीं लाई गई। प्रदेश की प्रमुख गल्ला मंडियों में शामिल बिंदकी की गल्ला मंडी बुंदेलखंड की फसलों के लिए बड़ा बाजार है। सड़क की दुर्दशा के कारण अब बुंदेलखंड से व्यापारी बिंदकी आने का मन नहीं बनाते हैं। दलहन के कारोबार पर भारी असर पड़ा है। हालांकि, अब भी बुंदेलखंड से गल्ले का करोड़ों रुपये का कारोबार होता है।

हजारों भक्त कष्ट उठाकर पहुंचते हैं चित्रकूट : चौडगरा से ललौली तक सड़क टूटी होने के कारण कामदगिरि की परिक्रमा के लिए हजारों भक्त प्रतिदिन सफर में कष्ट उठाते हुए चित्रकूट पहुंचते हैं। सरकार चित्रकूट में विकास के लिए भले ही करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, पर वहां तक पहुंचने वाले प्रमुख मार्ग पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया।

व्यापारियों की मांग

नेशनल हाईवे-दो (कानपुर-प्रयागराज) से चौडगरा के पास से ललौली-बांदा होते हुए सड़क सीधे मध्य प्रदेश में सागर, इंदौर को जोड़ती है। सड़क फोरलेन हो जाए तो बिंदकी और कानपुर से गल्ले का मध्य प्रदेश से सीधा व्यापार शुरू जाए। - गोविंद बाबू, टाटा द यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन

चौडगरा से ललौली तक सड़क का फोरलेन निर्माण जरूरी है। इससे गल्ला व्यापार बढ़ जाएगा। कानपुर के साथ बिंदकीकी गल्ला मंडी में व्यापार में बढ़ोतरी होगी। यह सड़क सीधे सागर को जोड़ती है। धार्मिक स्थलों तक जाने के लिए भी यह सड़क बहुत महत्वपूर्ण है। - आनंद गुप्ता, अध्यक्ष गल्ला व्यापार मंडल , बिंदकी

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