भाजपा सदस्यता अभियान में सांसद और विधायक की भी जिम्मेदारी तय, खुद लगाने होंगे 10-10 शिविर

यूपी में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही भाजपा ने सदस्यता अभियान शुरू करके लोगों को जोड़ने की रणनीति बनाई है । इसमें सांसद विधायक और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ जिम्मेदारी भी तय कर दी गई।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 02:58 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 05:34 PM (IST)
भाजपा सदस्यता अभियान में सांसद और विधायक की भी जिम्मेदारी तय, खुद लगाने होंगे 10-10 शिविर
भाजपा के सदस्यता अभियान को गति देंगे जनप्रतिनिधि।

कानपुर, जेएनएन। यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान में सांसदों, विधायकों की भी भागीदारी और जिम्मेदारी सुनिश्चित कर दी गई है। उन्हें सदस्यता अभियान के लिए खुद 10-10 शिविर लगाने होंगे। ये शिविर कहां लगाए गए और उनमें कितनी सदस्यता कराई गई, इसकी जानकारी भी उन्हें ही प्रदेश नेतृत्व को देनी होगी।

भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान इसी सप्ताह शुरू हो जाएगा। फिलहाल माना जा रहा है कि सदस्यता अभियान 15 अक्टूबर को शुरू होगा लेकिन यह तारीख कुछ आगे पीछे भी हो सकती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके बाद निचले स्तर तक यह अभियान शुरू कर दिया जाएगा। पार्टी ने पहले एक-एक विधानसभा क्षेत्र में 15-15 हजार तक नई सदस्यता की बात कही थी लेकिन पदाधिकारियों के मुताबिक जिस समय अभियान शुरू होगा, उसी समय यह घोषणा भी होगी कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कितनी सदस्यता की जानी है।

सदस्यता अभियान शुरू होने से पहले हर जिले को संगठन स्तर पर एक बड़ी बैठक करनी है। इसमें जिले के सभी पदाधिकारियों को तो बुलाया ही जाएगा। इसके अलावा सभी मोर्चों के अध्यक्ष और महामंत्री को भी इस बैठक में रहना होगा। इस बैठक में रणनीति तैयार की जाएगी कि सदस्यता अभियान कैसे चलाया जाएगा। निचले स्तर तक कैसे जिम्मेदारी बांटी जाएगी और मंडल उसमें क्या भूमिका अदा करेंगे। इसका निर्णय भी इसी बैठक में लिया जाएगा। पार्टी नेताओं के मुताबिक यह अभियान मंडलों की निगरानी में ही चलाया जाएगा। इससे अभियान पर निचले स्तर तक निगरानी रखने में भी आसानी होगी।

वहीं इस बात को भी साफ कर दिया गया है कि सभी सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य अपने अपने क्षेत्रों में कम से कम 10-10 सदस्यता के शिविर लगाएंगे। इन शिविर में वे खुद ही बैठेंगे और लोगों को सदस्य बनाएंगे। पार्टी नेताओं के मुताबिक यह अभियान इसलिए चलाया जा रहा है ताकि सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य भी जनता के बीच तक जाएं।

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