डिप्टीसीएम की सभा के मंच पर बिगड़ी सहकारी बैंक के चेयरमैन की हालत, अस्पताल ले जाते समय निधन

घाटमपुर उपचुनाव में रेऊना में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की सभा में मंच पर अचानक हालत बिगड़ने पर कानपुर देहात के पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद सचान को एंबुलेंस से कार्डियोलॉजी अस्पताल लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 09:00 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 12:53 PM (IST)
डिप्टीसीएम की सभा के मंच पर बिगड़ी सहकारी बैंक के चेयरमैन की हालत, अस्पताल ले जाते समय निधन
कानपुर देहात के पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद सचान। फाइल फोटो

कानपुर, जेएनएन। कानपुर जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन व पैक्सफेड के निदेशक अरविंद सचान का गुरुवार को निधन हो गया। वह घाटमपुर के उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में रेऊना में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सभा में गए थे। मंच पर ही उनकी तबीयत बिगड़ी तो वह स्विस कॉटेज में चले गए। उप मुख्यमंत्री के लिए लगी एंबुलेंस से कार्डियोलॉजी लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 

जनसभा में भाषण देकर चेयरमैन मंच पर कुर्सी पर बैठे। तबीयत कुछ खराब होने पर बगल में बैठे कानपुर नगर-ग्रामीण के महामंत्री वेदव्रत से गैस की दवा मंगाने के लिए कहा। जितनी देर में दवा आती, उनकी तबीयत और खराब हुई। वह मंच से नीचे उतर कर स्विस कॉटेज में जाकर सोफे पर लेट गए। तब तक उप मुख्यमंत्री नहीं आए थे। हालत ज्यादा बिगडऩे पर उन्होंने मंच से किसी को बुलाने के लिए कहा। मंच पर जैसे ही जानकारी दी गई, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार व अन्य वहां पहुंचे।

एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में उनके साथ सांसद देवेंद्र सिंह भोले, डॉ. संदीप बैठे। डॉ. संदीप लगातार पंप के जरिए उन्हें सांस देने का प्रयास कर रहे थे। घाटमपुर में डॉ. संदीप उतर गए और सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कैलाशचंद्र एंबुलेंस में आ गए। कार्डियोलॉजी में डाक्टरों ने अरविंद सचान को मृत घोषित कर दिया। बताया कि उन्हें सीवियर कार्डियक अरेस्ट था। उनका पार्थिव शरीर आवास विकास कल्याणपुर स्थित आवास लाया गया।

मूलरूप से कानपुर देहात में भोगनीपुर क्षेत्र के जलालपुर गांव के निवासी 65 वर्षीय अरविंद सचान जून 2018 में जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष बने थे। इसके अलावा वर्ष 2000 से 2005 के बीच भी वह निर्वाचित चेयरमैन रहे। शासन के स्तर से भी वह दो बार बैंक के प्रशासक रहे। वह वर्ष 2004 से 2007 के बीच कानपुर देहात में भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे थे। वह अपने पीछे पत्नी, एक बेटा व एक बेटी छोड़ गए हैं। देर रात तक प्रदेश सरकार के मंत्रियों के अलावा सांसद, विधायक, पार्टी के नेता व कार्यकर्ता आवास पर पहुंचते रहे। सुबह साढ़े नौ बजे अंतिम यात्रा भैरोघाट जाएगी।

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