कानपुर में हालमार्क सराफा कारोबारियों के सवालों के जवाब देंगे बीआइएस के अफसर
हालमार्क को लेकर गठित हुई राष्ट्रीय सलाहकार समिति में शामिल सराफा कारोबारियों ने यूं तो बीआइएस के अधिकारियों के साथ हुई तीन बैठकों में अपनी तमाम बातों को रखा लेकिन अब भी सराफा कारोबारी परेशान हैं कि आखिर 16 जून से शुरू होने वाला हालमार्क किस तरह का होगा।
कानपुर, जेएनएन। 16 जून से हालमार्क अनिवार्य होने जा रहा है। इस संबंध में अभी तक ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआइएस) के अधिकारियों ने क्या निर्णय लिया है और हालमार्क के मानक क्या होंगे, इसकी जानकारी शनिवार को सराफा कारोबारियों के बीच भारतीय मानक ब्यूरो के अधिकारी देंगे।
हालमार्क को लेकर गठित हुई राष्ट्रीय सलाहकार समिति में शामिल सराफा कारोबारियों ने यूं तो बीआइएस के अधिकारियों के साथ हुई तीन बैठकों में अपनी तमाम बातों को रखा लेकिन अब भी सराफा कारोबारी परेशान हैं कि आखिर 16 जून से शुरू होने वाला हालमार्क किस तरह का होगा। कारोबारी इस बात को भी जानना चाहते हैं कि क्या तमाम विरोधों के बाद भी यूनिक आइडेंटिटीफिकेशन (यूआइडी ) नंबर को लागू किया जा रहा है। इसमें कारोबारियों को हर जेवर की पूरी डिटेल बिल पर देनी होगी। हर गहने पर एक यूनिक नंबर रहेगा जिससे हमेशा के लिए उसकी पहचान रहेगी और ग्राहक कभी भी उसे बनाने वाले का नाम जान सकेंगे ौर उसमें कितना सोना है। यह पता लगा सकेंगे। कारोबारियों की जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए शनिवार को आनलाइन बैठक होगी।
इसमें सराफा कारोबारियों को अपने सवाल करने का भी मौका मिलेगा। मात्र एक घंटे का समय होने की वजह से कितने कारोबारियों को अपने मन में उठ रहे सवालों को शांत करने का मौका मिलेगा, यह कहना अभी मुश्किल है। आल इंडिया ज्वेलर्स व गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोड़ा का कहना है कि ज्यादातर सराफा कारोबारियों के मन में एक जैसे प्रश्न हैं, इसलिए इसमें जो सवाल उठेंगे, उनसे बाकी को अपने आप जवाब मिल जाएंगे।