कानपुर में पार्षद एक सुर में बोले... जनता का पैसा डकारने वाले भ्रष्ट अभियंताओं को भेजा जाए जेल

Kanpur Corruption Case 15 K.M. घटिया पाइप के कारण 869.08 करोड़ रुपये की जवाहर लाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन (जेएनएनयू्आरएम) की पेयजल योजना फंसी है। पाइप टेस्टिंग शुरू हुए छह साल हो चुके हैं लेकिन अभी तक पूरे शहर को पानी नहीं मिल पाया है

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 09:10 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 09:10 AM (IST)
कानपुर में पार्षद एक सुर में बोले... जनता का पैसा डकारने वाले भ्रष्ट अभियंताओं को भेजा जाए जेल
जल निगम के आला कमान ने पिछले दिनों 24 अभियंताओं पर मुकदमा दर्ज करा दिया है

कानपुर, जेएनएन Kanpur Corruption Case : जनता का पैसा हजम करने वाले अभियंताओं को जेल भेजा जाए उनसे पैसा वसूल कर पाइप लाइनों को ठीक कराया जाए, ताकि घरों तक पानी पहुंच सके। यह कहना है कि पार्षदों का। अब पार्षद नगर निगम सदन में इस प्रस्ताव को रखकर शासन को भेजने की तैयारी कर रहे हैं।

15 किमी घटिया पाइप के कारण 869.08 करोड़ रुपये की जवाहर लाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन (जेएनएनयू्आरएम) की पेयजल योजना फंसी है। पाइप टेस्टिंग शुरू हुए छह साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक पूरे शहर को पानी नहीं मिल पाया है। कई इलाकों में टंकियां और पंपिंग स्टेशन सूखे पड़े है। जनता एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रही है। जल निगम ने घटिया पाइप डालने वाली कंपनी को छह साल पहले ही ब्लैकलिस्टेड कर दिया था। इसके बाद परियोजना प्रबंधक एसके गुप्ता को लखनऊ संबंद्ध किया गया, लेकिन और कोई कार्रवाई नहीं हुई। दबाव पडऩे पर जल निगम के आला कमान ने पिछले दिनों 24 अभियंताओं पर मुकदमा दर्ज करा दिया है। इसमें 16 सेवानिवृत हो गए है और दो की मृत्यु हो गई है।

छह दूसरी जगह स्थानांतरित हो चुके है। अब 15 सितंबर को आयोजित सदन में नगर निगम पार्षद दोषी अभियंताओं को जेल भेजने और घर-घर तक पानी पहुंचाने के लिए योजना चालू कराने को लेकर प्रस्ताव रखने की तैयारी कर रहे है। पार्षद नवीन पंडित, महेंद्र पांडेय, नीरज बाजपेयी, मनोज पांडेय, अरविंद यादव, मोहम्मद आमिर, शिबू अंसारी, राशिद आरफी, राघवेंद्र मिश्र, मनोज पांडेय, राजीव सेतिया, सुनील कनौजिया, ने कहा कि वह सदन में प्रस्ताव लाएंगे।

इनका ये है कहना

पूर्व सरकार में जेएनएनयूआरएम योजना में व्यापक घोटाला किया गया था। योगी सरकार ने इसका संज्ञान लिया। जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गई व जनता के लिए पेयजल व्यवस्था दुरुस्त हो इसका आदेश दिया गया। जेएनएनयूआरएम की नोडल एजेंसी नगर निगम है। इस नाते सदन में प्रस्ताव रखा जाएगा, ताकि जल्द से जल्द पेयजल मुहैया कराया जाए। - सत्येन्द्र मिश्रा, भाजपा पार्षद दल के उपनेता छह साल गुजर गए लेकिन कार्रवाई के नाम पर अभियंताओं पर सिर्फ मुकदमा हुआ है। दोषी अभियंताओं को जेल भेजा जाए और घटिया पाइपों को बदलने में आने वाला खर्च अभियंताओं से वसूला जाए। साथ ही जनता को पानी मुहैया कराया जाए। इसका प्रस्ताव तैयार करके सदन के माध्यम से सरकार को भेजा जाए, ताकि जनता को पीने का पानी मिल सके। - कमल शुक्ल बेबी, कांग्रेस पार्षद दल के नेता शहर के अंदरूनी क्षेत्रों में पड़े तमाम इलाकों में पाइपों की अभी टेस्टिंग नहीं हुई है। जल्द पाइप बदल कर टेस्टिंग कराई जाए तो जमीन में दफन और खेल बाहर आएंगे। जेएनएनयूआरएम की नोडल एजेंसी नगर निगम होने के बावजूद जांच नहीं की गई। इसलिए नगर निगम के दोषी अफसरों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए। हो रहे काम की समय पर जांच होती तो यह खेल न होता।- सुहैल अहमद, सपा पार्षद दल के नेता
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