कानपुर में पार्षद एक सुर में बोले... जनता का पैसा डकारने वाले भ्रष्ट अभियंताओं को भेजा जाए जेल
Kanpur Corruption Case 15 K.M. घटिया पाइप के कारण 869.08 करोड़ रुपये की जवाहर लाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन (जेएनएनयू्आरएम) की पेयजल योजना फंसी है। पाइप टेस्टिंग शुरू हुए छह साल हो चुके हैं लेकिन अभी तक पूरे शहर को पानी नहीं मिल पाया है
कानपुर, जेएनएन Kanpur Corruption Case : जनता का पैसा हजम करने वाले अभियंताओं को जेल भेजा जाए उनसे पैसा वसूल कर पाइप लाइनों को ठीक कराया जाए, ताकि घरों तक पानी पहुंच सके। यह कहना है कि पार्षदों का। अब पार्षद नगर निगम सदन में इस प्रस्ताव को रखकर शासन को भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
15 किमी घटिया पाइप के कारण 869.08 करोड़ रुपये की जवाहर लाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन (जेएनएनयू्आरएम) की पेयजल योजना फंसी है। पाइप टेस्टिंग शुरू हुए छह साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक पूरे शहर को पानी नहीं मिल पाया है। कई इलाकों में टंकियां और पंपिंग स्टेशन सूखे पड़े है। जनता एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रही है। जल निगम ने घटिया पाइप डालने वाली कंपनी को छह साल पहले ही ब्लैकलिस्टेड कर दिया था। इसके बाद परियोजना प्रबंधक एसके गुप्ता को लखनऊ संबंद्ध किया गया, लेकिन और कोई कार्रवाई नहीं हुई। दबाव पडऩे पर जल निगम के आला कमान ने पिछले दिनों 24 अभियंताओं पर मुकदमा दर्ज करा दिया है। इसमें 16 सेवानिवृत हो गए है और दो की मृत्यु हो गई है।
छह दूसरी जगह स्थानांतरित हो चुके है। अब 15 सितंबर को आयोजित सदन में नगर निगम पार्षद दोषी अभियंताओं को जेल भेजने और घर-घर तक पानी पहुंचाने के लिए योजना चालू कराने को लेकर प्रस्ताव रखने की तैयारी कर रहे है। पार्षद नवीन पंडित, महेंद्र पांडेय, नीरज बाजपेयी, मनोज पांडेय, अरविंद यादव, मोहम्मद आमिर, शिबू अंसारी, राशिद आरफी, राघवेंद्र मिश्र, मनोज पांडेय, राजीव सेतिया, सुनील कनौजिया, ने कहा कि वह सदन में प्रस्ताव लाएंगे।
इनका ये है कहना