घोटाले की जांच में ही घोटाला, पारिवारिक लाभ के लाभार्थी को बताया शादी अनुदान का अपात्र

कानपुर में शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में करोड़ों का घोटाला सामने आने के बाद शासन स्तर से जांच कराई जा रही है। इस जांच में पूर्व में हुई जांच में ही कई खामियां उजागर हो रही हैं। अफसरों ने गलत रिपोर्ट देकर सच पर पर्दा डाल दिया।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 09:55 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 09:55 AM (IST)
घोटाले की जांच में ही घोटाला, पारिवारिक लाभ के लाभार्थी को बताया शादी अनुदान का अपात्र
कानपुर में शासन स्तर से जांच कराई जा रही है।

कानपुर, जेएनएन। शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में हुए घोटाले की जांच में ही घोटाला हुआ है। अब समाज कल्याण विभाग निदेशालय की टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि जांच अधिकारियों ने तो बड़े पैमाने पर झूठी रिपोर्ट दे दी है। सरसौल के खंड शिक्षा अधिकारी पारिवारिक लाभ योजना के लाभार्थी से शादी अनुदान के बारे में पूछ लिया और फिर उसे अपात्र घोषित कर दिया।

अब निदेशालय की टीम संबंधित लाभार्थियों के घर जाएगी। शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में घोटाला हुआ है। 5.80 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। हालांकि अब सत्यापन हो रहा है तो घोटाले की जांच में ही फर्जीवाड़ा पकड़ में आ रहा है। यह जांच खुद समाज कल्याण निदेशक द्वारा चार सदस्यीय टीम भेजकर कराई जा रही है। जांच टीम के अध्यक्ष के समक्ष समाज कल्याण अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट पेश की है। इसमें उन्होंने पारिवारिक लाभ योजना के आधा दर्जन लाभार्थियों को शादी अनुदान का अपात्र बताते हुए अपनी रिपोर्ट दे दी है। ऐसे में अब लेखपाल भी इस जांच रिपोर्ट की दोबारा जांच कराने की मांग करने लगे हैं। सोमवार को लेखपाल संघ के पदाधिकारी डीएम से मिल सकते हैं।

Case-1 : अंबेडकर नगर विजय नगर निवासी रामशंकर के निधन पर उनके परिवार को 30 हजार रुपये की आर्थिक मदद पारिवारिक लाभ योजना के तहत दी गई है। जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अपात्र को लाभ दिया गया है, क्योंकि शादी 2005 में हुई है और एक बार लाभ भी ले चुके हैं।

Case- 2: जवाहर नगर पूर्वी घाटमपुर निवासी अकील अहमद की मृत्यु पर उनके आश्रित को पारिवारिक लाभ योजना के तहत लाभ दिया गया है। जांच अधिकारी ने उनके आश्रित को अपात्र बताते हुए लिखा है कि आय प्रमाण पत्र, शादी का कार्ड आवेदक के पास उपलब्ध नहीं है। पूर्व में लाभ ले चुके हैं इस बार आवेदन नहीं किया है।

Case-3: घाटमपुर के जवाहर नगर विजय नगर निवासी स्वतंत्र लाल के परिवार को भी शादी अनुदान का अपात्र बताया गया है, जबकि उनके निधन पर पारिवारिक लाभ योजना के तहत स्वजन को आर्थिक मदद दी गई है, लेकिन उन्हें अपात्र बताते हुए टिप्पणी में लिखा गया है कि शादी 2005 में हो गई है। आय प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं है।

अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग अधिकारी पर कार्रवाई नहीं

शादी अनुदान में घोटाला सिर्फ समाज कल्याण विभाग में ही नहीं हुआ है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी के यहां से भी अपात्रों को लाभ दिया गया है, लेकिन कार्रवाई सिर्फ समाज कल्याण अधिकारी के विरुद्ध हुई है। जबकि शादी अनुदान के अपात्रों की बात करें तो अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में 64 अपात्र हैं और 310 के पते गलत मिले हैं। इसी तरह पिछड़ा वर्ग विभाग में 37 अपात्र और 176 के पते गलत हैं।

जानिए- क्या कहते हैं जिम्मेदार

डीएम आलोक तिवारी का कहना है कि जो भी दोषी हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। फिलहाल समाज कल्याण अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। लेखपालों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई व अन्य दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कहा है।

सोमवार को लेखपालों को देना है जवाब : शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में हुए घोटाले में सदर तहसील के 21 लेखपालों को नोटिस दी गई है। उन्हें सोमवार को अपना जवाब देना है। इसके बाद एसडीएम को तय करना है कि वे निलंबित किए जाएंगे या फिर उनकी वेतन वृद्धि रोकी जाएगी। एक अफसर के मुताबिक सभी लेखपालों को प्रतिकूल प्रविष्ट दी जा सकती है।

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