कानपुर के केमेस्ट्री टीचर ने खोजा लहसुन का एक और फायदा, स्प्रे छिड़कने से 10 घंटे पास नहीं फटकेंगे मच्छर

बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में रसायन विज्ञान के शिक्षक ने लहसुन के प्रयोग से ऐसा मिश्रण तैयार किया है जिसके छिड़काव से मच्छर दूर भाग जाएंगे। इसका सबसे ज्यादा फायदा पेड़-पौधों के पास बैठने वाले स्थानों पर छिड़काव करके उठाया जा सकेगा।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 09:55 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 01:34 PM (IST)
कानपुर के केमेस्ट्री टीचर ने खोजा लहसुन का एक और फायदा, स्प्रे छिड़कने से 10 घंटे पास नहीं फटकेंगे मच्छर
मच्छरों का प्रकोप गर्मी शुरू होते ही बढ़ जाता है।

कानपुर, [समीर दीक्षित]। खाने में लहसुन के फायदों से आप अच्छी तरह वाकिफ होंगे। इसके औषधीय गुण इसे विशिष्ट बनाते हैं, लेकिन इसकी एक और खूबी आपको मच्छरों से भी बड़ी राहत दिला सकती है। चौंकिए नहीं, यह सच है। लहसुन का दम इतना है कि एक बार प्रयोग करने पर 10 घंटे तक मच्छरों को आपको पास आने नहीं देगा। बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में रसायन विज्ञान के शिक्षक अवनीश मेहरोत्रा ने लहसुन की कली व एप्पल साइडर विनेगर (सेब का सिरका) से एक ऐसा मिश्रण तैयार किया है, जिसका छिड़काव करने से मच्छर भाग जाते हैं।

गर्मी शुरू हो चुकी है और मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। ऐेसे में अवनीश ने अटल टिकरिंग लैब में इस प्रयोग को किया और फिर इसका परीक्षण किया। परीक्षण के बाद देखा गया, कि जहां-जहां मिश्रण का छिड़काव हुआ, वहां से मच्छर गायब हो गए। अवनीश ने इस मिश्रण को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में परीक्षण के लिए भेजा तो विशेषज्ञों ने उस पर संतोष जताया है।

इस तरह तैयार किया मिश्रण

अवनीश बताते हैं, 200 मिलीलीटर मिश्रण तैयार करने के लिए 250 मिलीलीटर पानी लिया। दो लहसुन की कलियों को पीसकर उनसे रासायनिक पदार्थ (एसिड) एलिसीन निकाला। फिर उसे पानी में मिला दिया और उसमें एक साधारण चम्मच भर एप्पल साइडर विनेगर भी मिक्स कर दिया। इस पानी को 10 मिनट के लिए 120 डिग्री सेंटीग्रेड पर गर्म किया तो मिश्रण बनकर तैयार हो गया।

किसी तरह का नुकसान नहीं

अवनीश ने बताया कि इस मिश्रण से किसी तरह का सेहत पर कोई नुकसान नहीं पड़ता। एक बार छिड़काव हो जाता है तो 10 घंटे तक मच्छर आसपास नहीं फटकते। पेड़-पौधों, बैठने वाले स्थानों समेत जहां-जहां मच्छरों का प्रकोप रहता है, वहां इसका छिड़काव कर सकते हैं।

जल्द बाजार में आएगा

शिक्षक ने बताया कि जीएसवीएम मेडिकल कालेज के सहमति पत्र के बाद इस हर्बल उत्पाद को बाजार में उतारने के लिए आसानी से लाइसेंस मिल जाएगा। इसे एक से दो माह के भीतर आमजन को उपलब्ध कराने की योजना है।

chat bot
आपका साथी