विधवा पेंशन योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा, महिला बनकर पुरुष ले रहे योजना का लाभ, इटावा में हुआ खुलासा
Big Fraud In Widow Pension Scheme जिले भर में तमाम लोग सरकारी योजनाओं का लाभ पाने को भटक रहे हैं लेकिन तंत्र से मिलीभगत कर अपात्र लाभ पा रहे हैं। वीरेंद्र सिंह को वीरेंद्री देवी बनाकर समाज कल्याण विभाग से पेंशन जारी करा दी गई।
इटावा, जेएनएन। Big Fraud In Widow Pension Scheme विधवा पेंशन पाने के लिए वीरेंद्र से वीरेंद्री देवी बने पति ने अपनी पत्नी को भी कागजों में विधवा बना दिया। अब दोनों के खातों में पेंशन की धनराशि प्रतिमाह पहुंच रही है। यह गड़बड़ी शिकायत के बाद हुई जांच में ताखा ब्लाक की ककराही ग्राम पंचायत में मिली है। ऐसे ही कई पुरुष विधवा बनकर और महिलाएं पति के जीवित रहते भी विधवा पेंशन का लाभ ले रहीं हैं।
भले जिले भर में तमाम लोग सरकारी योजनाओं का लाभ पाने को भटक रहे हैं, लेकिन तंत्र से मिलीभगत कर अपात्र लाभ पा रहे हैं। एडीओ समाज कल्याण की जांच में पता चला है कि ककराही निवासी बदन सिंह के बेटे वीरेंद्र सिंह को वीरेंद्री देवी बनाकर समाज कल्याण विभाग से पेंशन जारी करा दी गई, जबकि हकीकत में इस नाम की कोई महिला गांव में है ही नहीं। वीरेंद्र की पत्नी प्रेम सिया भी विधवा पेंशन पा रही है। इसी तरह शकुंतला देवी पत्नी महेंद्र प्रताप सिंह भी पेंशन पा रही हैं। शकुंतला के पुत्र पप्पन ने बताया कि उसके पिता तो जीवित हैं। गांव के एक लड़के ने पेंशन जारी कराई है। पहले आई तीन माह की किस्तों की धनराशि उसी ने ली हैं।
इसी तरह पति के जीवित होने के बाद भी शारदा देवी पत्नी अनंतराम, गीता देवी पत्नी रामविलास, धर्मा देवी पत्नी कोमल सिंह, रामा देवी पत्नी रामनरेश भी विधवा पेंशन ले रहीं हैं। बड़ा सवाल ये है कि जिस पुरुष को विधवा महिला बनाया गया है, उसका बैंक खाता उसके असली नाम पर ही है। ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि ध्रुव यादव ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। एडीओ समाज कल्याण जांच कर रहे हैं। एडीओ समाज कल्याण शिवम पाल ने बताया कि जांच में कई फर्जी नाम मिले हैं। पूरा ब्योरा जुटाकर कार्रवाई होगी। पेंशन बनवाने में वाले युवक व कर्मियों की भूमिका भी जांची जा रही है। इसके बाद कार्रवाई होगी।