उन्नाव में जमीन के मालिक को नहीं लगी भनक, जालसाजों ने सौदा कर बेच दी 81 बीघा जमीन
मवई के मजरा नैकहा में कृषि योग्य करीब 81 बीघा जमीन है। राजस्व अभिलेखों में इस भूमि के मालिक हरिनारायण के पुत्र भारतेंदु ङ्क्षसह उर्फ चंद्र चूर्ण सिंह हैं। वर्तमान में भूमि मालिक मध्यप्रदेश के जिला सतना के थाना रामनगर अंतर्गत ग्राम सरिया में परिवार समेत रहते हैं।
उन्नाव, जेएनएन। भूमाफिया टास्क फोर्स के पुरवा तहसील क्षेत्र में निष्प्रभावी होने का फायदा उठाकर कुछ जालसाजों ने 81 बीघा जमीन बेच दी, जबकि जमीन मालिक मध्यप्रदेश में है। अब उनके बेटे ने पुरवा कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
मवई के मजरा नैकहा में कृषि योग्य करीब 81 बीघा जमीन है। राजस्व अभिलेखों में इस भूमि के मालिक हरिनारायण के पुत्र भारतेंदु ङ्क्षसह उर्फ चंद्र चूर्ण सिंह हैं। इस पर उनका पुश्तैनी कब्जा है। वर्तमान में भूमि मालिक मध्यप्रदेश के जिला सतना के थाना रामनगर अंतर्गत ग्राम सरिया में परिवार समेत रहते हैं। 16 जुलाई को ग्रामीणों ने उन्हें जानकारी दी कि आपकी कृषि भूमि बेच दी है। अगले ही दिन उनके बेटे अरुण प्रताप सिंह पैतृक गांव आए। उन्होंने बताया कि तहसील में निबंधन कार्यालय में बैनामा व इकरारनामा की नकल निकलवाई तो पता चला कि बिक्री के दस्तावेजों पर जालसाजों ने वर्तमान में मौरावां में रह रहे चंद्रचूर्ण निवासी धनोखर मजरा मवई की फोटो लगाकर हेरफेर किया है। असली भूमि मालिक उनके पिता भारतेंदु सिंह के उपनाम का फायदा उठाते हुए तकदीर अली पुत्र अब्दुल रहमान निवासी ग्राम रहवा जिला रायबरेली और वीरेंद्र कुमार पुत्र अवधपाल सिंह निवासी दिरगजखेड़ा मजरा मवई को गवाह बनाकर पूरी जमीन में से 10 बीघा का बैनामा और 71 बीघा का इकरारनामा कर दिया। जालसाजों ने चंद्र चूर्ण सिंह बनने को असली भूमि मालिक भारतेंदु सिंह के नाम से पहले फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बनवाए। इसके बाद रायबरेली निवासी अलग-अलग लोगों के नाम पर जमीन का बैनामा व इकरारनामा कर दिया। एसडीएम पुरवा राजेश चौरसिया ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। अभी तक ऐसे किसी मामले की शिकायत सामने नहीं आई है। भूस्वामी की शिकायत मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।