शत्रु संपत्तियों की रजिस्ट्री मामले में पूर्व एआइजी स्टांप समेत चार अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

डीएम द्वारा लगाई गई रोक के बाद भी 15 शत्रु संपत्तियों की रजिस्ट्री कराने में सेवानिवृत्त हो चुके एआइजी स्टांप समेत चार अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की गई है। उप निबंधक का तबादला गैरजनपद हो गया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 07:52 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 07:52 AM (IST)
शत्रु संपत्तियों की रजिस्ट्री मामले में पूर्व एआइजी स्टांप समेत चार अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
शत्रु संपत्ति मामले में कार्रवाई शुरू ।

कानपुर, जेएनएन। शत्रु संपत्तियों की रजिस्ट्री पर 2017 में लगाई गई रोक के बाद भी निबंधन विभाग ने मनमानी की और 15 संपत्तियों की रजिस्ट्री कर दी। मामला सामने आया तो डीएम विशाख जी अय्यर ने सेवानिवृत्त हो चुके एआइजी स्टांप (सहायक महानिरीक्षक) देवेंद्र सिंह समेत चार अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है। शहर में तैनात उप निबंधक शीलभद्र चंद्रा का गैर जनपद तबादला किए जाने के लिए भी शासन को पत्र लिखा है।

शहर में ग्वालटोली, दलेलपुरवा, रावतपुर के रोशन नगर, अनवरगंज, स्वरूप नगर आदि जगहों पर 13 शत्रु संपत्तियां हैं। इनमें से 12 संपत्तियां जो शाहिद हलीम की हैं, उनकी रजिस्ट्री पर 11 अगस्त 2017 को तत्कालीन डीएम ने रोक लगा दी थी। इन संपत्तियों को 18 मई 2001 को शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था। इन संपत्तियों की रजिस्ट्री न हो जाए, इसके लिए निबंधन विभाग को संपत्तियों की सूची दी गई थी। बावजूद इसके 2017 से मार्च 2021 के बीच 15 संपत्तियों की रजिस्ट्री कर दी गई। डीएम ने एसडीएम सदर दीपक पाल से जांच कराई तो अफसरों की मनमानी सामने आई।

ऐसे में डीएम विशाख जी अय्यर ने इसे अनुशासनहीनता माना और दोषी अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की। उन्होंने उप निबंधक द्वितीय शीलभद्र चंद्रा के तबादले और कार्रवाई की संस्तुति की है। वहीं पूर्व एआइजी स्टांप देवेंद्र सिंह, प्रभारी उप निबंधक (वरिष्ठ सहायक निबंधन ) राम चंद्र व तत्कालीन प्रभारी उप निबंधक द्वितीय (कनिष्ठ सहायक निबंधन ) वंशलाल पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए अपर मुख्य सचिव स्टांप एवं निबंधन को पत्र लिखा है।

एसडीएम की जांच में पकड़ा गया खेल : एसडीएम सदर की जांच में अधिकारियों का खेल पकड़ा गया है। जांच में पाया गया कि उप निबंधक शीलभद्र चंद्रा ने नौ, तत्कालीन प्रभारी उप निबंधक रामचंद्र ने चार, वंशलाल पाल ने दो रजिस्ट्रियां कीं। एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट में डीएम को रजिस्ट्रियों का विवरण भी दिया है। जिसे डीएम ने शासन को भेजा है।

नगर निगम से मांगा संपत्तियों का विवरण : डीएम ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर बेकनगंज, कंघी मोहाल, रावतपुर, चमनगंज, नवाब इब्राहिम का हाता परेड, एबीसी स्वरूप नगर, अनवरगंज, नई सड़क, दलेलपुरवा, हीरामन का पुरवा, परमट पर स्थित शत्रु संपत्तियों के संबंध में जानकारी मांगी है। उन्होंने पूछा है कि नगर निगम में ये संपत्तियां किन लोगों के नाम दर्ज हैं।

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