उन्नाव: कुएं में गिरे नाती की जान बचाने को नाना ने भी लगाई छलांग, जहरीली गैस से दोनों ने ताेड़ा दम

Big Accident in Unnao नवल किशोर सैनी की बेटी मोनी निवासी गोसाईगंज लखनऊ स्थित ससुराल से कई दिनों पहले पिता के घर आई थी। सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे उसका इकलौता बेटा तीन वर्षीय शिवांश उर्फ विनायक पुत्र मनोज घर के बाहर गेंद खेलते हुए कुएं में गिर गया।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 01:10 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 01:10 AM (IST)
उन्नाव: कुएं में गिरे नाती की जान बचाने को नाना ने भी लगाई छलांग, जहरीली गैस से दोनों ने ताेड़ा दम
उन्नाव में हुए हादसे के बाद रोते स्वजन।

उन्नाव, जेएनएन। Big Accident in Unnao सोहरामऊ क्षेत्र के गांव सहरावां में तीन वर्षीय बालक खेलते हुए सोमवार देर शाम कुएं में गिर गया। यह देख बचाने के लिए नाना भी कुएं में कूद गए। मौके पर भीड़ लग गई। गांव के एक युवक ने नीचे उतरने का प्रयास किया तो दम घुटने से आधी दूरी से वापस आ गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लखनऊ से राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को बुला लिया। शुक्लागंज से आठ गोताखोर भी बुला लिए गए। रात करीब साढ़े दस बजे गोताखारों ने नाती और नाना को बाहर निकाला। दोनों को तुरंत नवाबगंज सीएचसी ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल भेज दिया गया। जिला अस्पताल में डाक्टरों ने दोनों की मौत की पुष्टि की।

यह है पूरा मामला: 50 वर्षीय नवल किशोर सैनी की बेटी मोनी निवासी गोसाईगंज, लखनऊ स्थित ससुराल से कई दिनों पहले पिता के घर आई थी। सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे उसका इकलौता बेटा तीन वर्षीय शिवांश उर्फ विनायक पुत्र मनोज घर के बाहर गेंद खेलते हुए कुएं में गिर गया। यह देख नाना नवल ने भी छलांग लगा दी। काफी देर कुएं के भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो पड़ोसी बतल्लू सिंह कमर में रस्सी बांधकर नीचे उतरने लगा। कुछ दूर पहुंचने पर उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी तो ग्रामीणों ने उसे वापस खींच लिया। बाहर आने पर उसेे अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ देर बाद लखनऊ से तीन आक्सीजन सिलिंडर के साथ एसडीआरएफ के सदस्य पहुंच गए। एएसपी व सिटी मजिस्ट्रेट के साथ पुरवा, अजगैन व असोहा थानों का फोर्स भी पहुंच गया। आगरा से भी रेसक्यू आपरेशन के लिए एक विशेष टीम रवाना हुई। बच्चे के माता-पिता व अन्य स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल रहा। देर रात डीएम रवींद्र कुमार व एसपी अविनाश पांडेय भी मौके पर पहुंच गए। जहरीली गैस होने के कारण एसडीआरएफ के सदस्य बचाव की रणनीति बना रहे थे कि इस बीच शुक्लागंज से आई गोताखारों की टीम ने तुरंत खोजबीन शुरू कर दी। नाती और नाना को बाहर निकाला। जिला अस्पताल में दोनों मृत घोषित कर दिए गए।

जिस दिन जन्मा दिन उसी दिन मौत ने निगला: कुएं में गिरने से दिवंगत मासूम विनायक का जन्म आज ही हुआ था। जिस दिन जन्म हुआ उसी दिन उसको काल ने निगल लिया। दिवंगत मासूम के पिता मनोज ने रोते बिलखते हुए कहा हे भगवान ये क्या किया चंद घंटा पहले हम लोग जन्म दिन की खुशी मना रहे थे अगर यह मालूम होता मेरे लाल को मौत निगल लेगी तो उसे बाहर न निकलने देता।

विनायक था मां-बाप की इकलौती संतान: विनायक के पिता ने बताया कि पहला बच्चा गर्भ में ही मृत पैदा हुआ था। विनायक इकलौता बेटा था। पत्नी गर्भवती है। वहीं, पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे विनायक के पिता और बाबा ने पुलिस अधिकारियों से बच्चे का पोस्टमार्टम न कराने की गुहार लगाई। दही कोतवाली प्रभारी गौरव त्रिपाठी उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

रेस्क्यू में देरी पर ग्रामीणों संग स्वजन ने किया हंगामा: रेस्क्यू में देरी होने पर ग्रामीणों संग स्वजन ने जमकर हंगामा कर दिया। मृतक के स्वजन दीपक ने बताया कि दोनों को कुएं में गिरे इतनी देर हो गई फिर भी रेस्क्यू शुरू नहीं किया गया। लोगों ने पुलिस-प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिया। इस पर वहां मौजूद अधिकारियों ने उन्हें समझाकर शांत कराया। बाद में पुरवा विधायक भी मौके पर पहुंचे और पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाया।

क्या पता था कि ऐसा हो जाएगा: 12 दिन पहले अपने तीन साल के ब'चे के साथ मायके आई मोनी को क्या पता था की उसके जिगर का टुकड़ा उसका इस तरह से चला जाएगा और उसके पिता की भी मौत हो जाएगी। महिला को उसकी बहन सोनी और भाई और चाचा समझाकर शांत करा रहे थे पर ब'चे की मां का बुरा हाल था।

रेस्क्यू टीम हटी पीछे गोतागोर ने दिखाया साहस: रेस्क्यू टीम कुएं में जहरीली गैस होने की वजह से उतरने से पीछे हट गई। इस बीच वहां पहुंचे शुक्लागंज के आठ गोताखोरों की टीम में शामिल जाहिद हुसैन ने साहस दिखाया और कुएं में उतर दोनों शवों को बाहर निकलवाकर पुलिस की मुसीबत कम की।

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