Accident in Banda : नदी में डूबकर पांच बच्चों की मौत, महालक्ष्मी पूजन के दौरान हुआ दर्दनाक हादसा
Breaking News जिले के गिरवां थाना क्षेत्र के प्रेमपुर कोलावल गांव के पास बहने वाली केन नदी में डूबकर तीन बच्चों की मौत हो गई। महालक्ष्मी पूजन को लेकर गांव की महिलाएं नदी में नहाने गई थीं। पूजन को लेकर नदी में जल देने का रिवाज है।
बांदा, जेएनएन। महालक्ष्मी पूजन के दौरान सोमवार को नहाते समय पांच बच्चों की नदी और तालाब में डूबने से मौत हो गई। गिरवां में तीन भाई-बहन केन नदी में डूब गए, जबकि बिसंडा की गडरा नदी और जारी में तालाब में डूबने से दो की जान चली गई। सभी अपनी मां के साथ गए थे। तीनों जगह हुई घटनाओं में बच्चों के शव मिल गए हैं।
बुंदेलखंड में पितृ पक्ष में होने वाले महालक्ष्मी पूजन पर नदी या तालाब में स्नान कर अघ्र्य देने और जल आचमन की परंपरा है, जिसे शुचि कहा जाता है। सोमवार को सप्तमी पर इसी परंपरा को निभाने के लिए महिलाएं नदी-तालाब पर पहुंचीं। गिरवां में कोलावल रायपुर गांव की महिलाओं के साथ बच्चे भी केन नदी गए थे। नहाने के दौरान कामिनी पत्नी बाबूराम यादव की 13 वर्षीय बेटी सीता, बेटे 15 वर्षीय उमेश और उषा पत्नी रामफल का सात वर्षीय बेटे सूरज उर्फ छोटू नदी में बह गए। कुछ महिलाएं बचाने के लिए आगे बढ़ीं तो वे भी डूबने लगीं। पास ही मौजूद मल्लाह ने महिलाओं को बचाया। इसी बीच तीनों बच्चे पानी की गहराई में समा गए। एएसपी और सीओ फोर्स के साथ पहुंच गए। नदी में जाल डलवाकर खोजबीन करने पर डेढ़ घंटे बाद तीनों बच्चों को बाहर निकाला जा सका। उनकी मौत हो चुकी थी।
वहीं, अतर्रा तहसील में बिसंडा क्षेत्र के ग्राम इटरा-मिलौली निवासी हरी प्रसाद साहू की आठ वर्षीय पुत्री अमृता दिव्यांग मां केशकली व अन्य महिलाओं के साथ महालक्ष्मी की पूजा के लिए गडरा नदी में स्नान कर रही थी। मां अन्य महिलाओं के साथ स्नान कर नदी में जल आचमन करने लगी। बेटी कब नदी में बह गई, उसे जानकारी नहीं हुई। पूजा खत्म होने के बाद केशकली ने बेटी को आवाज लगाई। जवाब न मिलने पर सभी महिलाएं खोजबीन करने लगीं। सीओ सियाराम और दारोगा धनंजय सरोज ने चार गोताखोरों को बुलाकर तलाश शुरू कराई। तीन घंटे बाद पांच मीटर की दूरी पर अमृता का शव बरामद हुआ। उधर, देहात कोतवाली क्षेत्र के जारी गांव निवासी आनंद द्विवेदी की बेटी 14 वर्षीय निशा मां और छोटी बहन के साथ तालाब पर पूजा करने गई थी। पैर फिसलने से वह दोनों बेटियां डूबने लगीं। महिलाओं ने छोटी बहन को तो निकाल लिया, मगर निशा पानी में समा गई। काफी मशक्कत के बाद उसे निकाला गया। अस्पताल पहुंचाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।