चित्रकूट में कृषि कार्य कर रहे सगे भाइयों की करंट से मौत, खेत पर जानवरों से सुरक्षा को लगा रहे थे बाड़
Big Accident In Chitrakoot जिला प्रशासन जिले में तीन सौ से अधिक गोशाला में अन्ना मवेशियों को रखने का दावा करता है। इसके बावजूद हर अधिकतर सड़कों और गांव में अन्ना मवेशी किसानों और राहगीरों के लिए घातक बने हुए हैं।
चित्रकूट, जेएनएन। रैपुरा थानांतर्गत उड़की गांव में खेत में काम कर रहे सगे भाइयों की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना के समय दोनों खेत के किनारे-किनारे सुरक्षा के लिए कटीले तार (बाड़) लगा रहे थे। पुलिस घटना की जांच में जुटी है।
इस तरह हुआ हादसा: उड़की निवासी पप्पू पटेल अपने छोटे भाई अनिल पटेल के साथ मंगलवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे कटीले तार से खेत को चारों तरफ से घेर रहे थे। जिससे अन्ना मवेशी फसलों को नुकसान नहीं पहुंचा सकें। कटीले तार लगाते समय अचानक खेत के बीच से गुजरा विद्युत तार कटीले तार पर गिर गया। इससे तार में करंट दौड़ने लगा। तार पकड़े पप्पू उसकी चपेट में आ गए। बड़े भाई को तड़पता देख अनिल जैसे ही उन्हें छुड़ाने लगा तो वह भी करंट की चपेट में आ गया। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। जानकारी मिलते ही थानाप्रभारी सुशीलचंद्र त्रिपाठी भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए।
अन्ना मवेशी बनते हादसे की वजह: जिला प्रशासन जिले में तीन सौ से अधिक गोशाला में अन्ना मवेशियों को रखने का दावा करता है। इसके बावजूद हर अधिकतर सड़कों और गांव में अन्ना मवेशी किसानों और राहगीरों के लिए घातक बने हुए हैं। कहीं-कहीं अन्ना मवेशी खुद भी कटीले तारों और सड़क हादसों में जख्मी होने के साथ अपनी जान गवां बैठते हैं। मंगलवार को दोनों सगे भाई फसलों को अन्ना मवेशियों से बचाने के लिए ही खेत को चारों तरफ से घेर रहे थे। तभी अचानक गिरे तार ने दोनों भाइयों की जिंदगी खत्म कर दी।
इनका ये है कहना: