कानपुर में भूमाफिया राज, उद्यमी के फार्म हाउस की बाउंड्रीवाल तोड़ कब्जा, विधायक के भाई पर आरोप

कानपुर के बिठूर में उद्यमी के फार्म हाउस में बुलडोजर लगाकर 40 साल पुरानी बाउंड्रीवाल तोड़कर कब्जा कर लिया गया और जमीन जोतकर खेत बना दिया गया। पीड़ित ने सत्तापक्ष के प्रभावशाली विधायक के भाई पर कब्जा करने का आरोप लगाया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 08:58 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 08:58 AM (IST)
कानपुर में भूमाफिया राज, उद्यमी के फार्म हाउस की बाउंड्रीवाल तोड़ कब्जा, विधायक के भाई पर आरोप
कानपुर में भू-माफिया का राज कायम हो गया है।

कानपुर, जेएनएन। बिठूर क्षेत्र के फत्तेपुर गांव के पास गुरुवार रात एक उद्यमी के फार्म हाउस पर भू-माफिया ने कब्जा कर लिया। रात-ओ-रात बुलडोजर लगाकर 500 मीटर लंबी बाउंड्रीवाल तोड़ दी। शुक्रवार सुबह जानकारी होने पर उद्यमी ने पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि मुकदमा अज्ञात पर दर्ज हुआ है, मगर उद्यमी ने सत्तापक्ष के एक विधायक के भाई पर आरोप लगाया है।

बिठूर में सिंहपुर रोड पर फत्तेपुर गांव के पास बैकुंठपुर की आराजी संख्या 211 में कैंट निवासी निशांत गुप्ता का 4510 वर्ग मीटर में फार्म हाउस है। उनका खाद्यान्न आयल का कारोबार है। उन्होंने बताया कि फार्म हाउस पर 40 वर्ष पहले बाउंड्री बनवाई थी। गुरुवार रात सत्तापक्ष से संरक्षण प्राप्त लोगों ने जमीन पर कब्जे की नियत से बुलडोजर से फार्म हाउस की दीवार तोड़ डाली। भू-माफिया का बुलडोजर प्रभावशाली नेता के आराजी संख्या 210 पर बने फार्म हाउस से घुसा बाउंड्रीवाल को तोड़ दिया। तोडफ़ोड़ के निशान मिटाने के लिए रात में ही जमीन को जोतकर खेत बना दिया गया। बिठूर थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि उद्यमी की तहरीर पर अज्ञात भूमाफिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है।

जानिए- क्या है खेल

उद्यमी ने भले ही पुलिस को जो तहरीर दी है, उसमें अज्ञात आरोपित बनाए हैं, मगर उन्होंने परोक्ष रूप से सत्तापक्ष के एक प्रभावशाली नेता पर शक जताया है। उनके मुताबिक उनकी जमीन आराजी 211 के बगल में नेता के भाई ने आराजी संख्या 210 की जमीन हाल ही में खरीदी है। दोनों जमीन के बीच 116 नंबर आराजी संख्या की जमीन भू-नक्शा में ओवरलैपिंग है। यही वजह है कि वह जमीन विवादित है। विधायक के भाई ने विवादित जमीन खरीदी और अब सत्ता व बाहुबल से उनके फार्म हाउस पर कब्जा करने की नियत से ऐसा किया। अगर कोई विवाद है तो न्यायालय में फैसला होता जबकि इस मामले में दबंगई का सहारा लिया गया।

-मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। जमीन पर कब्जेदारी के विवाद में पुलिस नहीं पड़ेगी। जो भी फैसला करना हो, दोनों पक्ष अदालत में करें। -दिनेश शुक्ला, एसीपी कल्याणपुर

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