चलनी से पिया के दीदार के पहले सुहागिनों ने दिनभर किए जतन

विवाहिताओं ने लगवाई मेहंदी खरीदे कपड़े जेवर व करवा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 08:41 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 08:46 PM (IST)
चलनी से पिया के दीदार के पहले सुहागिनों ने दिनभर किए जतन
चलनी से पिया के दीदार के पहले सुहागिनों ने दिनभर किए जतन

जागरण संवाददाता, कानपुर : करवा चौथ को लेकर दिनभर बाजारों में खूब भीड़ रही। मोहल्लों के बाजारों में महिलाओं ने करवा, कपड़े और जेवर की खरीदारी की। सुबह से ही बाजारों में रोज के मुकाबले ज्यादा भीड़ रही। दोपहर बाद भीड़ और बढ़ने लगी। करवा की भी बिक्री खूब हुई। पूजन के लिए लइया, खील, गट्टे, खिलौने की भी मांग अधिक रही। नवीन मार्केट, गुमटी नंबर पांच, गोविद नगर, लाल बंगला में मेहंदी लगवाने के लिए महिलाएं जुटी रहीं। सराफा दुकानों में सोने व चांदी के जेवर बिके। रविवार को करवा चौथ है, इसलिए शनिवार को बाजारों में अधिक भीड़ थी।

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डिजाइनर करवा ने मोहा मन

मिट्टी के करवा डिजाइन किए हुए थे। किसी ने गोटा लगाकर उसकी सुंदरता बढ़ाई हुई थी तो किसी ने उस पर डिजाइन बना रखी थी। मिट्टी के करवा की कीमत 100 रुपये तक रही। सराफा दुकानों में भी करवा की बिक्री हुई। सराफा कारोबारी भूपेंद्र गर्ग के मुताबिक 35 हजार रुपये तक के चांदी के करवा बाजार में हैं। पुष्पेंद्र जायसवाल ने बताया कि सोने के करवा डेढ़ लाख से ढाई लाख रुपये में बिके। बर्तन बाजार में भी पीतल के करवा की धूम रही। हटिया, भूसाटोली, सीसामऊ, गुमटी, किदवई नगर, नौबस्ता, कल्याणपुर, नवाबगंज, शास्त्री नगर, बर्रा स्थित बर्तन दुकानों में 600 रुपये से 1,000 रुपये के बीच इनके भाव रहे।

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जेवरों ने महिलाओं को किया आकर्षित

व्रत से एक दिन पहले अपनी पसंद के जेवर खरीदने भी महिलाएं पहुंचीं। कुछ दंपतियों ने अंगूठियों का सेट पसंद किया तो कुछ ने पत्नी को रिग दिलाई। लाइटवेट जेवर की ज्यादा मांग रही। इसके साथ ही माथे का टीका, ईयरिग, टाप्स, चेन भी महिलाओं ने पसंद की। डायमंड की शेप वाले पेंडल भी युवतियों को खूब पसंद आए। इस वर्ष बाजार में ज्यादातर माल हालमार्क का ही है। इसकी वजह से बिलिग में भी काफी परिवर्तन रहा।

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हाथों में रचवाई मेंहदी

मेहंदी लगाने के लिए सुबह से ही करीब-करीब सभी बाजारों में युवक, युवतियों ने अपने स्टाल बना लिए थे। ज्यादातर ब्यूटीपार्लर ने अपने यहां मेहंदी की भी व्यवस्था कर ली थी। 12 बजे के बाद से लगातार मेहंदी लगवाने वालों की संख्या बढ़ती चली गई।

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