कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारी, एलएलआर अस्पताल में होंगे 600 बेड

कानपुर में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए रणनीति बनाई जा रही है एलएलआर अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाए जाने के साथ आने वाले 15 दिन में आक्सीजन प्लांट भी चालू हो जाएंगे ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 10:47 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 01:31 PM (IST)
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारी, एलएलआर अस्पताल में होंगे 600 बेड
स्वास्थ्य विभाग कोरोना से निपटने की रणनीति तैयार कर रहा है।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबले के लिए तैयारियां तेज हो गईं हैं। एलएलआर, उर्सला, कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय, डफरिन में संसाधन जुटाए जा रहे हैं। एलएलआर अस्पताल में 250 बेड और बढ़ाए जा रहे हैं, जिससे कुल बेड की क्षमता 600 हो जाएगी। अगले 15 दिन में बेड और आक्सीजन प्लांट पूरी तरह से संचालित करने की योजना है। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए बताया कि वेंटीलेटर, एफएनएसी, बाइपैप, मानीटर, आक्सीजन सिलिंडर, दवाएं आदि का स्टाक तैयार किया जा रहा है। बच्चों के वेंटीलेटर लगा दिए गए हैं, जबकि मैटरनिटी विंग में बेड लगाए जाने शुरू हो गए हैं। बच्चों के लिए नए बेड के आर्डर दे दिए गए हैं।

कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या को देखते हुए सर्जरी विभाग के वार्ड नंबर एक, दो, तीन और चार को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया। मेडिसिन के कुछ वार्ड को होल्डिंग एरिया के रूप में इस्तेमाल किया। कुल 350 बेड कोरोना मरीजों के लिए चालू किए गए। कोरोना की तीसरी लहर में बेड की संख्या 600 की जा रही है। मेडिसिन के वार्ड सात से लेकर 12 को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है। यहां आक्सीजन लाइन लगाने का काम जल्द ही चालू होगा, जिसे मेडिसन में बनने वाले नए आक्सीजन जेनरेटर प्लांट से जोड़ा जाएगा।

मैटरनिटी में 120 बेड बढ़ेंगे : मैटरनिटी कोविड विंग में 120 बेड बच्चों के लिए बढ़ाए जा रहे हैं। 30 बेड आइसीयू, 20 एचडीयू, 10 अत्याधिक छोटे बच्चों के लिए, 50 बेड आइसोलेशन और 10 बेड संभावित संक्रमितों के लिए रहेंगे। यहां दूसरी लहर में 100 बेड थे।

अल्ट्रा एडवांस मानीटर आ गए : साढ़े तीन करोड़ की लागत से 60 अल्ट्रा एडवांस मानीटर आ गए हैं। इन्हें आइसीयू, एचडीयू और बच्चों के वार्ड में लगाया जाएगा।

मेडिसिन में लगेगा एलएमओ : कोरोना संक्रमण को देखते हुए मेडिसिन विभाग में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन के प्लांट का प्रस्ताव भेजा जा रहा है। यहां अभी आक्सीजन जनरेटर प्लांट स्थापित हो रहा है। आक्सीजन की लाइन दुरुस्त कराई जा रही हैं। एचडीयू में आक्सीजन का पैनल ठीक कराया जा रहा है। इमरजेंसी में लगा आक्सीजन जनरेट प्लांट स्थापित हो गया है। उसकी लाइन कुछ दिन में लग जाएगी। इसके लिए 4.5 लाख रुपये जिला प्रशासन से मिल गए हैं।

उर्सला में छह बेड का पीआइसीयू तैयार : उर्सला अस्पताल में गुरुवार को छह बेड का पीडिएट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट तैयार हो गया है। यहां चार वेंटीलेटर लगवा दिए गए हैं। डा. जीएन द्विवेदी को इंचार्ज बनाया गया है। यहां की आक्सीजन सप्लाई ब्लड बैंक के पास बन रहे आक्सीजन जनरेटर प्लांट से होगी।

कांशीराम में 20 बेड का पीआइसीयू बना : कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय में 20 बेड का पीआइसीयू बनकर तैयार हो गया है। यहां आक्सीजन जनरेटर प्लांट का निर्माण कार्य पूरा हो गया है, जबकि कुछ मशीन आ चुकी है। 31 जुलाई तक चालू होने की उम्मीद है।

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