कानपुर में इन क्षेत्रों के लोग बोले...गंदगी और बदबूदार पानी के बीच रहना बन चुकी है आदत
घनी आबादी वाले तलाक महल बेकनगंज कर्नलगंज लकड़मंडी. छोटे मियां का हाता गम्मू खां का हाता में दूषित जलापूर्ति की समस्या बनी हुई है। जलापूर्ति शुरु होती है तो नलों से गंदा-बदबूदार पानी आता है। कुछ देर बाद पानी तो थोड़ा साफ हो जाता है
कानपुर, जेएनएन। घनी आबादी वाले इलाकों में नलों से गंदा व बदबूदार पानी आने से लोग परेशान हैं। इन इलाकों में हैंडपंप व पानी की वैकल्पिक व्यवस्था न होने से मजबूरी में यही पानी प्रयोग करना पड़ रहा है। इससे गर्मियों में बीमारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है। इन इलाकों में हैंडपंप न होने से समस्या विकराल होती जा रहा है। लोगों ने हैंडपंप लगवाने की मांग की है।
घनी आबादी वाले तलाक महल, बेकनगंज, कर्नलगंज, लकड़मंडी. छोटे मियां का हाता, गम्मू खां का हाता में दूषित जलापूर्ति की समस्या बनी हुई है। जलापूर्ति शुरु होती है तो नलों से गंदा-बदबूदार पानी आता है। कुछ देर बाद पानी तो थोड़ा साफ हो जाता है लेकिन बदबू बनी रहती है। इसको लेकर क्षेत्रीय लोग परेशान है। क्षेत्र के फहीम, सरफराज, राजू, शानू, बब्बू, मोहसिन आदि ने बताया कि दूषित जलापूर्ति की समस्या लगातार बनी हुई है। क्षेत्र में कोई भी ऐसा हैंडपंप नहीं है जो ठीक हालत में हो। जो हैंडपंप पहले लगे भी थे, वे खराब हो चुके है, अधिकांश हैंडपंप का नाम ओ निशान मिल चुका है।
पानी का कोई दूसरा विकल्प न होने पर नलों से आने वाले पानी पर ही निर्भर रहना पड़ता है। इसी पानी से सभी काम करने पड़ते है। पार्षद से लेकर अधिकारियों तक से इसकी शिकायत की गई, लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं हो सका। गंदे व बदबूदार पानी से ही रोजमर्रा के कार्य करने पड़ रहे है। साफ पानी के लिए इधर से उधर भटकना पड़ता है। लोगों ने मांग की की इन क्षेत्रों में हैंडपंप लगाए जाएं, ताकि पीने के लिए साफ पानी मिल सके।