इनामी हिस्ट्रीशीटर की जमानत खारिज कराएगी बर्रा पुलिस

जेएनएन कानपुर इनामी हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने के मामले में जमानत पर छूटे आरोपित की जमानत खारिज कराई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 01:52 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 01:52 AM (IST)
इनामी हिस्ट्रीशीटर की जमानत खारिज कराएगी बर्रा पुलिस
इनामी हिस्ट्रीशीटर की जमानत खारिज कराएगी बर्रा पुलिस

जेएनएन, कानपुर : बर्रा थाने के 25 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर पर कुल 28 मुकदमों में एक मामला दुष्कर्म का है। इसी मामले में आरोपित ने सरेंडर किया था। आठ माह जेल काटने के बाद वह हाईकोर्ट से जमानत पर छूटा था। नौबस्ता में हुई घटना के बाद पुलिस अब दुष्कर्म मामले में लगी उसकी जमानत खारिज कराने की तैयारी कर रही है। पुलिस के मुताबिक अन्य आरोपितों पर भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। किदवई नगर निवासी भाजपा नेता रहे नारायण सिंह भदौरिया की बर्थडे पार्टी में शामिल होने आए हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को पुलिस ने पकड़ लिया था, लेकिन नारायण व उसके समर्थकों ने मनोज को छुड़ाकर भगा दिया था। मामले में पुलिस ने नारायण सिंह, मनोज सिंह, रॉकी यादव समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था। नारायण, गोपालशरण और रॉकी की जमानत हो चुकी है। अन्य आरोपित फरार चल रहे हैं। अब पुलिस ने पुराने मुकदमों में जमानत पर छूटे आरोपितों की जमानत खारिज कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पुलिस के मुताबिक मनोज सिंह का हिस्ट्रीशीटर नंबर 1957 ए है। उसके खिलाफ वर्ष 2007 में पहला मुकदमा मारपीट, जानमाल की धमकी का दर्ज हुआ था। उस पर कुल 28 मुकदमे दर्ज हैं। 10 मार्च 2014 को आरोपित पर बर्रा-8 की एक महिला पर चापड़ से हमला करने और दुष्कर्म के आरोप लगे थे। इस मामले में उसने 19 मार्च को आत्मसमर्पण किया था। आठ माह जेल में भी रहा। इसके बाद से जमानत पर है। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने कहा कि मनोज सिंह और अन्य आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी। कौन-कौन किस मामले में जमानत पर जेल से छूटे हैं। इस बारे में पता लगाया जा रहा है। जल्द उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजकर सभी पुराने मुकदमों में लगी जमानत खारिज कराई जाएगी। फरार आरोपितों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू की नहीं मिली मंजूरी, कानपुर : नौबस्ता में हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने के मामले में फरार आरोपितों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस की ओर से गैर जमानती वारंट के लिए किए गए आवेदन पर कोर्ट से मंजूरी नहीं मिल सकी। बर्रा थाने के 25 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को 2 जून को पूर्व भाजपा नेता की बर्थडे पार्टी के दौरान पुलिस हिरासत से छुड़ा लिया गया था। मामले में आरोपित धीरू शर्मा, राजबल्लभ पांडेय, बाबा ठाकुर आदित्य द्विवेदी समेत छह आरोपित फरार हैं। इनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने के लिए पुलिस ने शनिवार को सीएमएम कोर्ट में आवेदन किया था। एसीपी गोविद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि सोमवार को सीएमएम के उपस्थित न होने के चलते एनबीडब्ल्यू जारी नहीं हो सके। मामले के जांच अधिकारी मंगलवार को भी कोर्ट जाएंगे। अंतरिम जमानत पर छूटकर कर रहा था वाहन चोरी, गिरफ्तार, कानपुर: कोरोना संक्रमण के चलते अंतरिम जमानत पर एक शातिर अपराधी जेल से रिहा हो गया। रिहाई का फायदा उठाते हुए वह वाहन चोरी करने लगा। सोमवार को चकेरी पुलिस ने उसे चोरी की कार सहित गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त पर कानपुर व संतकबीर नगर के अलग-अलग थानों में मुकदमें दर्ज हैं। आरोपित 2018 में नौबस्ता में बैंक नकबजनी का मुख्य आरोपित था। चकेरी पुलिस ने सनिगंवा मोड़ से चोरी की सेंट्रो कार सहित एक वाहन चोर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि आरोपित का नाम भानू प्रताप है जो कि गोविदनगर की नगर महापालिका कालोनी का रहने वाला है। पुलिस ने जब भानु से पूछताछ की और उसके बारे में जानकारी जुटाई तो सभी सन्न रह गए। पता चला कि भानू बहराईच व बस्ती जनपद से भी जेल जा चुका है। वर्ष 2018 में नौबस्ता क्षेत्र में हुई करोड़ों की बैंक नकबजनी में मुख्य आरोपी था, जिसमें आरोपितों ने बैंक लॉकर काटकर करोड़ों के जेवर कर दिए थे। पुलिस के मुताबिक 13 मई 2021 को वह जिला कारागार से कोविड-19 को देखते हुए अंतरिम जमानत पर बाहर आया था। जमानत पर आते ही भानू ने दोबारा से वाहन चोरी में लिप्त हो गया। सोमवार को पुलिस को सूचना मिली की वह एक चोरी की कार लेकर सनिगंवा क्षेत्र में आया हुआ है। उसके पास एक चोरी की सेंट्रो कार (नंबर क्क14न्क्च1363) बरामद हुई है। वह चोरी की गाड़ियां नेपाल में बेचता था, मगर लॉकडाउन के चलते नेपाल जाकर नहीं बेच पाया था। उस पर गैंगस्टर समेत अलग-अलग धारा में आठ मुकदमें दर्ज हैं। गिरफ्तार करने वालों में चकेरी थाना प्रभारी दधिबल तिवारी, एसआइ अविसार सिंह आदि शामिल रहे।

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