Asaduddin Owaisi in Kanpur: NRC में मारे गए लाेगों को ओवैसी ने बताया शहीद, मुसलमानों को दी बैंड पार्टी की संज्ञा
Asaduddin Owaisi in Kanpur आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी रविवार को जनसभा को संबोधित करने के लिए जाजमऊ पहुंचे हैं। जनसभा में आए लोगों से अपील करते हुए वे बोले कि विधानसभा चुनाव में मजलिस के उम्मीदवार को ही जिताएं।
कानपुर, जेएनएन। Asaduddin Owaisi in Kanpur आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को जाजमऊ में आयोजित जनसभा में कहा कि मौजूदा समय में मुसलमानों की सियासी हालत शादी में शामिल में बैंड पार्टी की तरह है, जो शादी में खुश होकर सबसे ज्यादा शोर करते हैं, मगर शादी पूरी होते ही सबसे पहले किनारे कर दिए जाते हैं। इस मौके पर उन्होंने सीएए और एनआरसी हिंसा में मारे गए शहर के तीनों युवकों को शहीद बताकर एक नए विवाद को भी जन्म दिया।
ओवैसी ने अपने भाषण की शुरूआत नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान बाबूपुरवा में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए तीनों युवकों को याद करते हुए की। उन्होंने कहा कि वे लोग कौम के लिए शहीद हुए। जिन्होंने उन्हें मारा वह सभी तबाह होंगे। सपा, कांग्रेस, बसपा व भाजपा आदि पार्टियों में मुसलमान की स्थिति शादी की बैंड पार्टी जैसी है। अब मुसलमानों को इन सियासी पार्टियों का झंडा उठाकर नहीं चलना है, बल्कि खुद सियासी ताकत बनना होगा। अपने बीच से कोई नेता चुनना होगा। विधानसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों को जिताकर यह किया जा सकता है।
माफियाओं की गिरफ्तारी पर उठाए सवाल: ओवैसी ने कहा कि जो सरकार कोविड काल में मरीजों को आक्सीजन नहीं मुहैया करा पाई उसे वोटों की आक्सीजन मत दो। उन्होंने सपा नेता आजम खान, अतीक अहमद व मुख्तार अंसारी के जेल में होने पर भी सवाल उठाए।
ये हो सकती हैं मजलिस का चेहरा: जेल में बंद बाहुबली व पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने अतीक का पत्र पढ़ा। पत्र के जरिए उन्होंने इशारा दिया कि वह कानपुर से एआइएमआइएम के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं। बाद में ओवैसी ने भी कहा कि वह पार्टी उन्हें टिकट देगी। कार्यक्रम में सीएए, माब लिंचिंग और धर्मांतरण के नाम पर लोगों की गिरफ्तारी से जुड़े पर्चे बांटे गए। इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रवक्ता आसिम वकार, नगर अध्यक्ष युसुफ मंसूरी, जिलाध्यक्ष मैनुद्दीन, पूर्व अध्यक्ष नासिर खान, अजहर आलम खान आदि रहे।
100 लोगों की अनुमति पर पहुंचे पांच हजार से अधिक लोग: ओवैसी ने सभा के लिए अनुमति मांगी थी। कोविड के चलते उन्हें 100 लोगों की भीड़ जमा करने की अनुमति दी गई थी। हालांकि सभा में पांच हजार से अधिक लोग जमा हुए।