Covid-19 ALERT ! कॉलेजों में इंतजाम तो हैं पर दूसरी लहर में वह कितने कारगर हैं यह कह पाना प्रबंधन के लिए मुश्किल
जिन प्रदेशों में पहले स्कूल खुले थे वहां पर भी कुछ छात्र इसका शिकार हुए हैं। ऐसे में डिग्री कॉलेज खोले जाने का निर्णय ठीक नहीं है। ऑनलाइन कक्षाएं लगाए जाने का मार्ग खोले जिससे छात्र इस संक्रमण से बचे रहें और उनकी पढ़ाई भी बाधित न हो।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर कितनी खतरनाक है यह शहर में रोजाना आने वाले संक्रमित मरीजों के आंकड़े बता रहे हैं। ऐेसे में एक जगह इकट्ठा होना, एक दूसरे से सटकर बात करना व बेवजह सड़क पर घूमना खतरे से खाली नहीं है। इन सबके बावजूद डिग्री कॉलेज खुले हुए हैं। वहां पर ऑफलाइन कक्षाएं लगाई जा रही हैं। इससे होने वाले खतरे को देखते हुए शिक्षक संघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन से 30 मार्च तक ऑनलाइन कक्षाएं लगाए जाने की मांग की है। कानपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ च्कूटाज् के अध्यक्ष डॉ. बीडी पांडेय ने इस संबंध में कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव से संपर्क किया।
विश्वविद्यालय से संबद्ध शहर में 25 डिग्री कॉलेज संचालित हैं। इन डिग्री कॉलेजों में 20 हजार से अधिक छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनमें से कुछ कॉलेजों में छात्र संख्या आठ से 12 हजार के करीब है। ऐसे में शारीरिक दूरी का पालन करना व कराना बेहद मुश्किल है। कूटा का कहना है ऐसी स्थिति में ऑफलाइन कक्षाएं न लगाई जाएं। इससे न केवल शिक्षक बल्कि छात्रों को भी कोरोना का खतरा हो सकता है। कूटा के अध्यक्ष डॉ. बीडी पांडेय ने बताया कि उन्नाव के एक डिग्री कॉलेज में एक शिक्षक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। जिन प्रदेशों में पहले स्कूल खुले थे वहां पर भी कुछ छात्र इसका शिकार हुए हैं। ऐसे में डिग्री कॉलेज खोले जाने का निर्णय ठीक नहीं है। विश्वविद्यालय प्रशासन को चाहिए कि ऑनलाइन कक्षाएं लगाए जाने का मार्ग खोले जिससे छात्र इस संक्रमण से बचे रहें और उनकी पढ़ाई भी बाधित न हो।