शबद कीर्तन से संगत निहाल, कोरोना से मुक्ति की हुई अरदास

गुरु गोविद सिंह जी के प्रकाशोत्सव के अंतिम दिन लोगों ने छका लंगर । जागरण संवाददाता कानप

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 01:59 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 01:59 AM (IST)
शबद कीर्तन से संगत निहाल, कोरोना से मुक्ति की हुई अरदास
शबद कीर्तन से संगत निहाल, कोरोना से मुक्ति की हुई अरदास

जागरण संवाददाता, कानपुर: भव्य पंडाल में मंच पर पालकी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब विराजमान थे। उनके समक्ष मत्था टेकने वालों का तांता लगा था। पंडाल के बाहर एक ही पंगत में बैठकर सभी लंगर छक रहे थे। यहां न तो धर्म का भेदभाव दिख रहा था और न ही ऊंच-नीच, अमीर गरीब के बीच की दीवार थी। ये सब गुरु गोविद सिंह जी के प्रकाशोत्सव पर मोतीझील मे आयोजित समारोह में नजर आया। श्री गुरु सिंह सभा के तत्वावधान में प्रकाशोत्सव के अंतिम दिन शबद कीर्तन से संगत निहाल हुई। दीवान की समाप्ति पर अरदास हुई तो सभी ने एक ही पंगत में बैठकर गुरु का लंगर छका। दोपहर से शाम तक करीब डेढ़ लाख लोग इसमें शामिल हुए।

दीवान के बाद अरदास में सरबत के भले व कोरोना से मुक्ति के लिए प्रार्थना की गई। सुबह श्री सुखमनी साहिब का पाठ हुआ। इसके बाद सिमरन साधना हुई। रागी भाई जुझार सिंह ने तही प्रकाश हमारा भयो, पटना शहर विखे भव लयो का गायन किया। भाई सुरिदर सिंह पारस ने ढाडी वारों का आगाज किया तो माहौल आध्यात्मिक हो गया। संगत वाहे गुरु-वाहे गुरु का उच्चारण करने लगी। गुरुनानक संगीत जत्थे ने नितनेम किया। भाई जसबीर सिंह ने देह शिवा बर मोह एहे शुभ करमन ते कबहुं न टरों गायन कर संगत को निहाल किया। सरदार हरविदर सिंह लार्ड, सुखविदर सिंह भल्ला लाडी, मोहन सिंह झास, ज्ञानी मदन सिंह, मंजीत सिंह सागरी, हरजिंदर सिंह, डा. टीएस कालरा, कुलवंतजीत सिंह, महेंद्र सिंह भाटिया, करमजीत सिंह, नरेंद्रजीत सिंह मिंटा, हरमिंदर सिंह लोंगोवाल, मीतू सागरी आदि मौजूद रहे।

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संत और सिपाही दोनों थे गुरु गोविद सिंह

गुरुमत विचार करते हुए ज्ञानी बलदेव सिंह ने गुरु गोविद सिंह जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरु गोविद सिंह जी अनेक भाषाओं के जानकार थे। उन्होंने पोंटा साहिब नगर बसाया और तीन वर्ष तक वहां रहे। गुरु गोविद सिंह ने देश भर से श्रेष्ठ कवियों व विद्वानों को बुलाकर अपने दरबार में स्थान दिया। उन्हें उत्तम साहित्य की रचना के लिए प्रेरित किया। गुरु गोविद सिंह जी संत भी थे और सिपाही भी।

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इनका किया गया सम्मान

गुरु गोविद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर मोतीझील में महापौर प्रमिला पांडेय, मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर, जिलाधिकारी आलोक तिवारी, आइजी मोहित अग्रवाल, डीआइजी डा. प्रीतिंदर सिंह, एडीएम अतुल कुमार, केस्को एमडी अजय माथुर, एसपी साउथ दीपक भूकर, एसपी वेस्ट डा.अनिल कुमार, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, विधायक अमिताभ बाजपेई, अरुण पाठक, कोपो स्टेट के चेयरमैन विजय कपूर, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बलजीत यादव, महामंत्री राकेश तिवारी, मंत्री आशीष दीवान, पूर्व विधायक सतीश निगम, कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र दीक्षित, डा. हेमंत मोहन, डॉ. आरती मोहन व सम्राट विकास को श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष हरविदर सिंह लार्ड व सुखविदर सिंह लाडी ने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। अतिरिक्त मुख्य सचिव अरविद कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सुरिंदर सिह, गृह सचिव भगवान स्वरूप, गोरखपुर के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बधाई संदेश भेजे।

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