Sikh Riots Kanpur :दंगा पीडि़त महिला के बयान लेने चेन्नई रवाना हुई एसआइटी टीम
कानपुर में 1984 में हुए दंगों की जांच कर रही एसआईटी टीम दंगा पीडि़त महिला के बयान लेने के लिये चेन्नई गई है। यह मामला चकेरी थानाक्षेत्र से जुड़ा है जिसमें 1 नवंबर 1984 को जेके कॉलोनी में दो भाइयों की हत्या कर दी गई थी
कानपुर, जेएनएन। सिख विरोधी दंगे के दौरान चकेरी क्षेत्र की जेके कॉलोनी में जिन दो सगे भाइयों की हत्या हुई थी, उनमें से एक की पत्नी के बयान लेने के लिए एसआइटी के विवेचक सोमवार सुबह चेन्नई के लिए रवाना हो गए। महिला की गवाही से दंगाइयों के नामों का राजफाश होने की उम्मीद है।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगे में जेके कॉलोनी में दो सगे भाइयों नरेंदर सिंह और सुरेंदर सिंह की ईंट-पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। बाकी परिवारवालों ने बच्चों समेत दूसरे घरों की छतों पर चढ़कर जान बचाई थी। वारदात के बाद परिवार शहर से पलायन कर गया था। दंगों के दौरान दर्ज मुकदमों की विवेचना के लिए बनी एसआइटी ने सुबूत और गवाह ढूंढ निकाले हैं।
दिवंगत नरेंदर की पत्नी मंजीत कौर अपने बच्चों संग लंदन में हैं और दिवंगत सुरेंदर की पत्नी हरविंदर कौर बच्चों के साथ चेन्नई में रह रही हैं। पिछले दिनों एसआइटी ने मंजीत कौर से फोन पर बात की तो उन्होंने स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण कानपुर आने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद टीम ने हरविंदर कौर से संपर्क किया। एसआइटी के एसपी बालेंदु भूषण ने बताया कि हरविंदर कौर के बयान लेने के लिए विवेचक को भेजा गया है। दो-तीन दिन में बयान होने की उम्मीद है। इसके बाद वारदात में शामिल आरोपितों का पता लगेगा। थाना प्रभारी ने लिखाया था मुकदमा, फिर भी फाइनल रिपोर्ट जेके कॉलोनी में हुई घटना की रिपोर्ट लिखाने के लिए पीड़ित परिवार का कोई सदस्य सामने नहीं आया था। इसके बाद चकेरी के तत्कालीन थाना प्रभारी रमेशदत्त शर्मा ने ही एफआइआर लिखाई थी। सुबूतों के अभाव में पुलिस ने इस केस में भी फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। एसआइटी ने जब घटनास्थल के आसपास रहने वालों से संपर्क किया तो उन्होंने पीड़ित परिवार की महिलाओं के नाम और पते की जानकारी दी।