इटावा में दो हजार की रिश्वत लेते Anti Corruption Team ने लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ा, मुकदमा

कानपुर की टीम ने गुरुवार को छापामार कार्रवाई कर कस्बा इटावा के लेखपाल अरुण कुमार को दो हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। उसे सिविल लाइन थाना ले जाया गया है। मामले में विजय नगर निवासी प्रमोद गुप्ता ने शिकायत की थी।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 27 May 2021 02:54 PM (IST) Updated:Thu, 27 May 2021 02:54 PM (IST)
इटावा में दो हजार की रिश्वत लेते Anti Corruption Team ने लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ा, मुकदमा
विरासत दर्ज करने के मामले में लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगे जाने की बात कही गई

कानपुर, जेएनएन। यूपी में रिश्वत लेते हुए कई मामले सामने आ रहे हैं, ऐसा ही ताजा मामला इटावा में समाने आया है, जहां पर एक लेखपाल को लखनऊ और कानपुर की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा। वह सम्पत्ति में विरासत दर्ज करने के मामले में पीडि़त से रुपये ले रहा था, जिसकी शिकायत पर उसे पकडऩे की पूरी स्क्रिप्ट तैयार उसके लिए जाल फैलाया और वो फंस गया, जिससे एक बार फिर लेखपालों पर कलंक लग गया है। इसस पहले भी कई बार जमीन नापने, संपत्ति के बंटवारे के मामले में लेखपाल द्वारा अतिरिक्त रुपये की बात सामने आती रही है। 

पीडि़त की शिकायत पर इस तरह बनी थी योजना : एंटी करप्शन लखनऊ व कानपुर की टीम ने गुरुवार को छापामार कार्रवाई कर कस्बा इटावा के लेखपाल अरुण कुमार को दो हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। उसे सिविल लाइन थाना ले जाया गया है। मामले में विजय नगर निवासी प्रमोद गुप्ता ने शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने अपनी सम्पत्ति के विरासत दर्ज करने के मामले में लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगे जाने की बात कही गई थी। 

दस सदस्यीय टीम और एक सीओ भी थे सक्रिय : शिकायत को लखनऊ में पुलिस अधीक्षक एंटी करप्शन के यहां दर्ज कराया था। इसके बाद लखनऊ व कानपुर की 10 सदस्यीय टीम एक सीओ के नेतृत्व में गुरुवार को पहुंची और लेखपाल को एसएसपी चौराहे पर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई दोपहर के समय की गई। टीम द्वारा थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराए जाने की कार्रवाई की जा रही है।

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