महामारी में पैसों की भूख के आगे हारी मानवता, इटावा में एंबुलेंस चालक की मनमानी से चली गई मरीज की जान

कस्बा ऊसराहार निवासी व्यापारी के भाई विवेक गुप्ता की तहरीर पर थाना सैफई में दर्ज मुकदमा में पीडि़त ने बताया कि उनके भाई की बीती 29 अप्रैल को तबीयत खराब हो गई थी। कानपुर ले जाने को एंबुलेंस चालक से फोन पर 15 हजार रुपये में बात हुई थी।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:46 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 08:46 PM (IST)
महामारी में पैसों की भूख के आगे हारी मानवता, इटावा में एंबुलेंस चालक की मनमानी से चली गई मरीज की जान
सैफई थाना प्रभारी वीर बहादुर सिंह एंबुलेंस चालक की तलाश की बात कह रहे हैैं। प्रतीकात्मक तस्वीर।

इटावा, जेएनएन। कोरोना संक्रमित आलू कारोबारी इलाज के लिए कानपुर ले जाने के बदले 70 हजार रुपये मांगने वाले एंबुलेंस चालक पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया है। इंटरनेट मीडिया पर अभियान चलने के बाद कारोबारी के भाई की तहरीर पर सैफई थाने की पुलिस ने कार्रवाई की। पीडि़त परिवार आरोपित को सख्त सजा दिए जाने की मांग कर रहा है। 

ये है पूरा मामला: कस्बा ऊसराहार निवासी व्यापारी के भाई विवेक गुप्ता की तहरीर पर थाना सैफई में दर्ज मुकदमा में पीडि़त ने बताया कि उनके भाई की बीती 29 अप्रैल को तबीयत खराब हो गई थी। उन्हें मैनपुरी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। नौ मई को हालत बिगडऩे पर कानपुर ले जाने को एंबुलेंस चालक से फोन पर 15 हजार रुपये में बात हुई थी जब वह और उसके चाचा नरेंद्र गुप्ता उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के गेट संख्या तीन पर पहुंचे तो एंबुलेंस नंबर यूपी 75 बीटी 1788 वहीं खड़ी थी। संचालक को आसपास के लोग कक्का कहकर बुला रहे थे, वहां उसने 70 हजार रुपये मांगे। 40 हजार देने को तैयार होने पर भी वह जाने को राजी नहीं हुआ। इसकी सूचना सैफई पुलिस को दी तो वह भाग गया। इस बीच भाई की मौत हो गई। सैफई थाना प्रभारी वीर बहादुर सिंह एंबुलेंस चालक की तलाश की बात कह रहे हैैं। 

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