कोरोना से जंग के लिए अपनाएं आयुर्वेद के यह रामबाण उपाय, इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी हैं कारगर

देश में डेढ़ वर्ष से कोरोना वायरस महामारी कहर बरपा रही है। इस दौरान लाखों हंसती-खेलती जिंदगियां असमय काल के गाल में समा गईं। कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर के कहर में बड़ी संख्या में अपनों को गंवाने वाले की वजह से आमजन दहशत में हैं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:37 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:37 PM (IST)
कोरोना से जंग के लिए अपनाएं आयुर्वेद के यह रामबाण उपाय, इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी हैं कारगर
आयुर्वेद से संबंधित खबर की प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जागरण स्पेशल। कोरोना वायरस के संक्रमण का भयावह रूप पहली और दूसरी लहर में हम सभी देख चुके हैं। अब विशेषज्ञ तीसरी लहर सितंबर-अक्टूबर में आने की संभावना जता रहे हैं। अभी समय है, इसलिए मन से डर और वहम निकालें। सावधानी, सजगता, योग व आयुर्वेद को हथियार बनाकर कोरोना के संक्रमण से जंग की तैयारी शुरू कर दें। आयुर्वेद विशेषज्ञ का मानना है अगर सुबह खाली पेट पीपल और बेलपत्र के पत्तों को पीस कर उसमें कालीमिर्च व लौंग मिलाकर जूस तैयार करके उसका नियमित सेवन करें। साथ ही गर्म पानी पीने से फेफड़े अधिक मात्रा में आक्सीजन लेने लगते हैं। ऐसा करने से श्वांस नली में जमा कफ, खांसी और संक्रमण भी ठीक होने लगता है।

देश में डेढ़ वर्ष से कोरोना वायरस महामारी कहर बरपा रही है। इस दौरान लाखों हंसती-खेलती जिंदगियां असमय काल के गाल में समा गईं। कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर के कहर में बड़ी संख्या में अपनों को गंवाने वाले की वजह से आमजन दहशत में हैं। उनके मन में डर बैठ गया है। उसके बाद भी कोरोना से बचाव के प्रति लापरवाही कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने में रुकावट बन रही है। इसके लिए जागरुकता जरूरी है। अगर फेफड़े में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, लगातार सूखी खांसी और चलने-फिरने में कमजोरी महसूस होने पर तत्काल चिकित्सक को दिखाएं और जांच भी कराएं। ध्यान रखें, कोरोना वायरस नाक और मुंह के जरिए प्रवेश कर सबसे पहले गले, नाक और श्वांस नली के ऊपरी हिस्से में संक्रमण करता है। उसके बाद श्वसन नली के निचले आक्सीजन एक्सचेंज चैंबर में संक्रमण करता है, जिससे कार्बन डाइआक्साइड और आक्सीजन का एक्सेंज प्रभावित होने लगता है। फिर पूरे फेफड़े संक्रमित हो जाते हैं। इसमें लापरवाही से फेफड़ों में सूजन व पस पड़ने लगता है, जो निमोनिया की वजह बनता है। ऐसे में शरीर को पर्याप्त आक्सीजन न मिलना जानलेवा स्थिति उत्पन्न करता है।

यह स्थित और भी घातक: अगर आप उच्च रक्तचाप (हाई बीपी), हृदय रोग, अस्थमा, लिवर, किडनी और सांस से संबंधित बीमारियों से पीड़ित हैं। ऐसे में कोरोना का संक्रमण होने से स्थिति और घातक हो जाती है।

इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए आधा घंटे योगासन: बीमारियों से पीड़ित, सामान्य व्यक्ति और कोरोना संक्रमित अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ाने के लिए प्रतिदिन आधा घंटे योगासन, प्राणायाम और ध्यान करें।

इनका सेवन लाभकारी: संतरा, नींबू, अनानाश, नारियल पानी, मौसमी का जूस, माल्टा का जूस, संतरे का ताजा जूस, अंकुरित अनाज, सोयाबीन का ताजा दूध।  

इनकी सलाह का करें पालन: कोरोना का संक्रमण होने पर योग, प्राणायाम और ध्यान नियमित करें। इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए सुबह खाली पेट पीपल के 10 पत्ते और बेलपत्र के 5 पत्ते, 4 काली मिर्च और चार लौंग डालकर अच्छी तरह पीस कर जूस तैयार कर लें। उसे पीने के बाद ऊपर से गर्म पानी घूट-घूट कर पीएं। ऐसा करने से फेफड़े मजबूत होते हैं। फेफड़े अधिक मात्रा में आक्सीजन का अवशोषण करते हैं। साथ ही श्वास नली में जमा बलगम और संक्रमण को खत्म कर खांसी और उबकाई जैसी इच्छा की स्थिति को ठीक कर देता है। आयुष काढ़ा, गिलोय, तुलसी, आंवला, अश्वगंधा, मुलेठी, ऐलोवेरा, गेंहू की घास व सहजन का सेवन इम्यूनिटी बढ़ाकर वायरस का संक्रमण खत्म कर सकते हैं। - डा. रवीन्द्र पोरखाल, योगाचार्य व आयुर्वेद विशेषज्ञ।

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