महुआ औषधीय गुणों की खान, बनाए बलवान; सेहत संग समृद्धि का भी वरदान

डा. निरंकार गोयल बताते हैं कि महुआ का सेवन सेहतमंद बनाता है और कई बीमारियों से बचाता है। इसके सेवन से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। महुआ की खासियत है कि यह फल और सब्जी दोनों के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 11:35 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 11:36 AM (IST)
महुआ औषधीय गुणों की खान, बनाए बलवान; सेहत संग समृद्धि का भी वरदान
खून की कमी होने पर महुआ के फूल को पानी में भिगोकर पीने से शरीर में खून बढ़ता है।

समीर दीक्षित, कानपुर। करोना काल में सबसे ज्यादा जरूरत पड़ी प्रतिरोधक क्षमता की। जितनी बेहतर प्रतिरोधक क्षमता, उतना ही कोरोना और अन्य बीमारियों से बचे रहे। इसी तरह महुआ का पेड़ गुणों की खान की तरह है। आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग के अधिकारी रहे डा. निरंकार गोयल बताते हैं कि महुआ का सेवन सेहतमंद बनाता है और कई बीमारियों से बचाता है। इसके सेवन से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। महुआ की खासियत है कि यह फल और सब्जी दोनों के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

सेहत संग समृद्धि का भी वरदान: महुआ के हर हिस्से में विभिन्न पोषक तत्व मौजूद हैं। गर्म क्षेत्रों में इसकी बागवानी इसके स्निग्ध (तैलीय) बीज, फूल, फल और लकड़ी के लिए की जाती है। कच्चे फलों की सब्जी भी बनती है। पके फलों के अंदर का हिस्सा खाने में मीठा होता है। इसके तेल का प्रयोग (जो सामान्य तापमान पर जम जाता है) त्वचा की देखभाल, साबुन या डिटर्जेंट के लिए और वनस्पति के रूप में किया जाता है। तेल निकलने के बाद बचे इसके खल का प्रयोग जानवरों के खाने और उर्वरक के रूप में किया जाता है। छाल और फल के साथ बीज का औषधीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग किया जाता है।

ये फायदे भी जानिए

कार्बोहाइड्रेट, फैट, और प्रोटीन के साथ ही कैल्शियम, फास्फोरस आयरन, कैरोटीन और विटामिन सी भरपूर मात्रा में। खून की कमी होने पर महुआ के फूल को पानी में भिगोकर पीने से शरीर में खून बढ़ता है। जाड़े के दिनों में महुआ के दो-तीन फूल गर्म दूध में डालकर सेवन करने से शरीर में ताकत व सुपूर्ति का संचार होता है। छोटे बच्चे को निमोनिया होता है तो सूती कपड़े में महुआ की पोटली बनाकर आग से छाती में सेंक लगाने पर आराम मिलता है। चोट लगने पर भी दर्द वाले स्थान पर इसकी सेंक दर्द में राहत देती है।

इस समय और ऐसे लगाएं: प्रभागीय वन अधिकारी (कानपुर) अरविंद यादव के मुताबिक महुआ का पौधा रोपने के लिए जुलाई का पहला हफ्ता अच्छा समय होता है। पौधा रोपने के लिए भी 45 गुणे 45 सेंमी का गड्ढा जरूरी है। इसे रोपते समय खाद और पानी की पर्याप्त मात्रा रहनी चाहिए। समय-समय पर पानी देते रहें।

छोटे पार्क में भी लगा सकते हैं: महुआ का पौधा रोपने के लिए पार्क या खुले स्थान का चयन करना चाहिए। अगर आपकी कालोनी या मोहल्ले आदि में जो छोटे पार्क हैं, उनमें भी इसे रोपा जा सकता है। इसके पेड़ की ऊंचाई 20 फीट तक होती है।

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