कानपुर में युवाओं में दिखा गजब का उत्साह, अब संक्रमितों में भी जग रही जीवन की आस
मेरे इस कार्य पर मेरी पीठ थपथपाई। मां ने कहा कि दूसरों के जीवन को बचाने में बेटी का काम आना मेरे लिए गौरव की बात है। वहीं गोविंद नगर के पीयूष ने बिठूर के रनवीर और गुजैनी के अतुल कुमार ने सरिता को प्लाज्मा दान किया
कानपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी में गंभीर संक्रमितों के लिए कारगर साबित हो रही प्लाज्मा थैरेपी में आएं दिन शहरवासियों का योगदान देखने को मिला रहा है। निस्वार्थ सेवा के चलते प्लाज्मा दान कर दूसरों को नया जीवन देने की पहल से हर दिन कई नाम जुड़ रहे हैं। जो संक्रमण से जंग जीतकर दूसरों को जीवन देने के लिए प्लाज्मा दान कर रहे हैं।
बुधवार को अभयदान की ऐसी बानगी विजय नगर निवासी अंशिका सिंह ने पेश की। अंशिका ने गोविंद नगर रीजेंसी में भर्ती संक्रमित फरीदा को बी पॉजिटिव प्लाज्मा देकर उनके जीवन को संवारने में योगदान दिया। अंशिका ने बताया कि बचपन में कई बार मां को ब्लड दान करते हुए देखा। मां की वो सीख हमेशा जहन में बसी थी। दूसरों के काम आना और उनके जीवन को सुरक्षित रखने में कुछ कर पाना सबसे बड़ा पुण्य होता है। जब उन्हेंं फरीदा के लिए प्लाज्मा की जरूरत की जानकारी मिली। तो उन्होंने बिना देरी किए हैलट के ब्लड बैंक में जाकर प्लाज्मा दान किया।
अंशिका बतातीं हैं कि मां संध्या और बहन गीतिका ने मेरे इस कार्य पर मेरी पीठ थपथपाई। मां ने कहा कि दूसरों के जीवन को बचाने में बेटी का काम आना मेरे लिए गौरव की बात है। वहीं गोविंद नगर के पीयूष ने बिठूर के रनवीर और गुजैनी के अतुल कुमार ने सरिता को प्लाज्मा दान किया। हैलट में बने ब्लड बैंक के जरिए युवाओं को अधिक से अधिक रक्तदान करने और संक्रमण से स्वस्थ्य होकर लौटे लोगों से प्लाज्मा दान करने की अपील की जा रही है।