अखिलेश को सता रहा एक डर वरना सत्ता से फिर हो जाएंगे दूर, महोबा में कार्यकर्ताओं से कही ये बात

बुंदेलखंड में तीन दिवसीय दौरे पर सपा के राष्ट्रीय अखिलेश यादव ने बांदा से विजय रथयात्रा की शुरुआत की और महोबा में रात्रि विश्राम किया। सुबह सर्किट हाउस में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद ललितपुर रवाना हो गए।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 01:58 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 05:35 PM (IST)
अखिलेश को सता रहा एक डर वरना सत्ता से फिर हो जाएंगे दूर, महोबा में कार्यकर्ताओं से कही ये बात
महोबा में कार्यकर्ताओं से मिले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष।

महोबा, जागरण संवाददाता। यूपी में सत्तासीन भाजपा की सरकार को हटाने की मंशा से विधानसभा चुनाव से पहले विजय रथ यात्रा लेकर निकले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव Akhilesh Yadav को भी शायद एक डर सता रहा है। उनका यह डर महोबा में विजय रथ लेकर निकलने से पहले कार्यकर्ताओं और नेताओं के सामने झलकता दिखाई दिया, उन्होंने एकजुट रहने की नसीहत देते हुए साफ किया कि अगर इस बार नहीं माने तो फिर सत्ता से दूर हो जाएंगे।

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव विजय रथ यात्रा की शुरुआत कर चुके हैं। पहले चरण में कानपुर समेत तीन जनपदों में यात्रा निकाली थी। इधर बीते तीन दिन से बुंदेलखंड दौरे पर हैं, बुधवार को बांदा से विजय रथ यात्रा की शुरुआत करके वह महोबा पहुंचे थे। बांदा और महोबा में आयोजित रैली में उनके निशाने पर प्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री ही रहे थे। वह जनता से योगी सरकार चाहिये या योग्य सरकार जैसा सवाल करके समर्थन पाने में जुटे हैं। वहीं बुंदेलों को साधने के लिए बुंदेलखंड में पानी, आवारा पशुओं और सिंचाई जैसी समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार को घेर रहे हैं। वह पूर्ववर्ती सपा सरकार में किए गए विकास को बता रहे हैं तो लैपटाप वितरण की भी याद दिला रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कह रहे हैं कि जो लैपटाप चला नहीं सकता है तो वो दे भी नहीं सकता है।

बुधवार को महोबा के सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सुबह ललितपुर के लिए विजयरथ यात्रा लेकर रवाना हुए। इससे पहले उन्होंने क्षेत्रीय सपा नेताओं, कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों तथा टिकट के दावेदारों से अलग-अलग की मुलाकात की। सभी से उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पार्टी में गुटबाजी ना करें, क्योंकि यह समय महत्वपूर्ण है और अगर गुटबाजी हुई तो पार्टी को नुकसान होगा और हम सत्ता से फिर दूर हो जाएंगे, इसलिए आपसी मतभेद मिटाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी सिंबल से चरखारी और महोबा विधानसभा क्षेत्र में दो-दो दर्जन से अधिक दावेदार हैं लेकिन टिकट केवल दो को ही मिलना है। जिसे टिकट दी जाए उसका सहयोग करें और अन्य दावेदार संगठन व सरकार बनने में अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाएं। पार्टी को मजबूत करने के लिए अभी से जुट जाने का समय है। प्रदेश में सरकार बनने पर सभी को अहम स्थान मिल सकता है। इसके बाद पुलिस लाइन हेलीपैड से वह ललितपुर के लिए रवाना हो गए।

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