Kanpur Bus Accident के बाद वाणिज्य कर आरटीओ को देगा माल ले जाने वाली बसों की सूची, लाइसेंस होंगे रद

फजलगंज में पार्टी बरात में चलाने के नाम परमिट लेने वाले बस संचालक शहर के सभी प्रशासनिक अधिकारियों आरटीओ वाणिज्य कर विभाग की आंखों के सामने दिनभर माल भर कर और दोगुनी से ज्यादा सवारियां भर कर बस चलाते हैं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 05:50 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 05:50 PM (IST)
Kanpur Bus Accident के बाद वाणिज्य कर आरटीओ को देगा माल ले जाने वाली बसों की सूची, लाइसेंस होंगे रद
कानपुर में आरटीओ आफिस की सांकेतिक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। सचेंडी में बस-टेंपो दुर्घटना में 18 लोगों की मृत्यु होने के बाद वाणिज्य कर विभाग संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) को उन बसों की सूची सौंपने जा रहा है जिसे उसने माल ढोते हुए पिछले एक वर्ष में पकड़ा है। वाणिज्य कर विभाग इन बसों का लाइसेंस रद करने की संस्तुति भी करने जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि जब माल ढोने वाली बसों के पास लाइसेंस ही नहीं होगा तो वे चल ही नहीं सकेंगी। इससे माल ढोने का काम अपने आप बंद हो जाएगा।

फजलगंज में पार्टी, बरात में चलाने के नाम परमिट लेने वाले बस संचालक शहर के सभी प्रशासनिक अधिकारियों, आरटीओ, वाणिज्य कर विभाग की आंखों के सामने दिनभर माल भर कर और दोगुनी से ज्यादा सवारियां भर कर बस चलाते हैं। इनके पास ना तो यात्रियों को टिकट बेचने के अधिकार हैं न ही अकेले-अकेले यात्री ले जा सकते हैं लेकिन माल को टैक्स चोरी के जरिए एक स्थान से दूसरे स्थान भेजने और यात्रियों को ले जाने में इतनी कमाई है कि जब तक कोई घटना नहीं होती कोई अधिकारी इस तरह नजर नहीं डालता। रोज ही इस कारोबार से बस संचालकों को कई करोड़ रुपये की आय होती है। फजलगंज थाने से बमुश्किल सौ मीटर की दूरी पर यह पूरा काम गलत तरीके से होता है लेकिन उसी चौराहा पर खड़े पुलिस कर्मी इन बसों के लिए राह बनाते नजर आते हैं। इन बस संचालकों में भी कई बहुत प्रभावशाली भी हैं। हादसे के बाद अब वाणिज्य कर विभाग जिन बसों की सूची आरटीओ को सौंपने जा रहा है उसमें बसों की संख्या दो दर्जन से ज्यादा हैं।

वाणिज्य कर विभाग के एडीशनल कमिश्नर पीके सिंह के मुताबिक माल ले जाने वाली इन बसों का लाइसेंस निरस्त हो जाए तो फिर बसें माल लेकर चलना बंद कर देंगी। इस तरह से राजस्व की चोरी भी नहीं होगी।

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