रक्षा मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद एयरफोर्स रन-वे से प्लेन टैक्सी कनेक्टिविटी को लगेगा पंख

रक्षा मंत्रालय से एनओसी मिलने के बाद टैक्सी-रनवे कनेक्टिविटी में तीन माह का समय लगेगा। इस पर मंडलायुक्त ने डीएम और एयरपोर्ट निदेशक को डीईओ कार्यालय और एमओडी दिल्ली के साथ संपर्क कर एनओसी प्राप्त करने के निर्देश दिए।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 08:11 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 09:35 AM (IST)
रक्षा मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद एयरफोर्स रन-वे से प्लेन टैक्सी कनेक्टिविटी को लगेगा पंख
रक्षा मंत्रालय से अभी नहीं मिली अनुमति।

कानपुर, जागरण संवाददाता। एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग के काम की गुरुवार को मंडलायुक्त डा. राज शेखर ने समीक्षा की। समीक्षा के दौरान वायुसेना के अधिकारियों ने मंडलायुक्त को बताया कि रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय में एयरफोर्स रन-वे से प्लेन टैक्सी कनेक्टिविटी पर विचार किया जा रहा है। उम्मीद है कि दिसंबर माह के अंत तक मंत्रालय इस पर निर्णय ले लेगा। रक्षा मंत्रालय से एनओसी मिलने के बाद टैक्सी-रनवे कनेक्टिविटी में तीन माह का समय लगेगा। इस पर मंडलायुक्त ने डीएम और एयरपोर्ट निदेशक को डीईओ कार्यालय और एमओडी दिल्ली के साथ संपर्क कर एनओसी प्राप्त करने के निर्देश दिए।

मंडलायुक्त कार्यालय में मंडलायुक्त डा. राज शेखर ने डीएम, जीएम प्रोजेक्ट एएआई, एयरपोर्ट निदेशक, चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी, अपर नगर आयुक्त, एयरफोर्स अधिकारी और राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि टर्मिनल बिल्डिंग का सिविल वर्क 80 फीसद, विद्युत कार्य 50 फीसद और सिग्नल व डिस्प्ले का 20 फीसद काम पूरा कर लिया गया है। बिल्डिंग की फिनिशिंग इलेक्ट्रिक फिटिंग और वाशरूम फिटिंग को छोड़कर सिविल कार्य 31 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। पार्किंग क्षेत्र का सिविल कार्य, एसटीपी, जेनरेटर रूम, सुरक्षा कक्ष का काम पूरा हो चुका है। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि एएआई मुख्यालय दिल्ली दस दिसंबर तक बाहरी डिजाइन को अंतिम रूप देगा। एयरपोर्ट पर 180 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं जिसमें कुछ सीसीटीवी नाइट विजन कैमरे होंगे।

सड़क के लिए होगा नया टेंडर

पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क निर्माण कार्य में हो रही देरी पर अधिकारियों ने बताया कि निर्माण कार्य ठेकेदार की मौत होने के चलते बाधित हुआ है। इस पर मंडलायुक्त ने मामले की जांच के निर्देश के साथ ही अगले 21 दिनों में नया टेंडर देकर नए ठेकेदार की नियुक्ति के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद भी सड़क बनने में तीन माह का समय लग सकता है। इमरजेंसी वाहन मूवमेंट रोड कनेक्टिविटी और ड्रेनेज कनेक्टिविटी के लिए मंडलायुक्त ने एक सप्ताह में बजट बनाकर सरकार को भेजने के निर्देश दिए। अगली बैठक 18 दिसंबर को होगी।

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