Advocate Sucide Case Mahoba: दिवंगत वकील के घर पहुंची SIT, बेटे और भतीजे ने दर्ज कराए बयान
Advocate Sucide Case Mahoba 13 फरवरी देर रात को मुकेश पाठक ने अपने घर पर लाइसेंसी रायफल से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में आरोपित ब्लाक प्रमुख छत्रपाल यादव सहित सात के खिलाफ आत्महत्या दुष्प्रेरण का मुकदमा महोबा सदर कोतवाली में लिखा गया था।
महोबा, जेएनएन। Advocate Sucide Case Mahoba अधिवक्ता मुकेश पाठक के खुदकुशी प्रकरण की जांच कर रही एसआइटी रविवार को दिवंगत अधिवक्ता के घर पहुंची और उनके बेटे राहुल और भतीजे कुलदीप के बयान दर्ज किए। करीब दो घंटे तक टीम घर ही रुकी रही। इसके बाद कोतवाली में दस्तावेज की जांच कर एसआइटी ने दिवंगत वकील के घर पहुंच कर स्वजन से एक बार फिर मुलाकात की।
एसआइटी ने दो घंटे के दौरान दिवंगत अधिवक्ता के बेटे व भतीजे के बयान दर्ज करने के अलावा घर के कई हिस्सों की पड़ताल भी की। टीम में क्षेत्राधिकारी अतर्रा बांदा आनंद कुमार पांडेय, निरीक्षक अपराध शाखा बांदा रामेंद्र तिवारी, निरीक्षक अपराध शाखा हमीरपुर विक्रमाजीत सिंह और निरीक्षक चित्रकूट अरुण पाठक शामिल हैं। इससे पहले शनिवार को भी टीम ने कोतवाली में दस्तावेज की जांच की थी।
बता दें, 13 फरवरी देर रात को मुकेश पाठक ने अपने घर पर लाइसेंसी रायफल से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में आरोपित ब्लाक प्रमुख छत्रपाल यादव सहित सात के खिलाफ आत्महत्या दुष्प्रेरण का मुकदमा महोबा सदर कोतवाली में लिखा गया था। सातों आरोपितों को जेल भेजकर गैंगस्टर लगाया गया है। आत्महत्या से पहले वकील ने ब्लाक प्रमुख सहित पांच पर 60 लाख रुपये वसूली का मुकदमा सदर कोतवाली में दर्ज कराया गया था। इसी मामले में आरोपित वकील को धमका रहे थे।