चित्रकूट में अमावस्या मेला पर प्रतिबंध, मध्यप्रदेश के बाद यूपी के हिस्से में भीड़ रोकने की तैयारी

मध्यप्रदेश के सतना जिला प्रशासन ने 60 घंटे का लॉकडाउन लागू कर दिया है इसके उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में भी तैयारी की जा रही है। अमावस्या मेला में श्रद्धालुओं से नहीं आने की अपील संतों और जिला प्रशासन द्वरा की जा रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 10:55 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 10:55 AM (IST)
चित्रकूट में अमावस्या मेला पर प्रतिबंध, मध्यप्रदेश के बाद यूपी के हिस्से में भीड़ रोकने की तैयारी
चैत्र अमावस्या मेला भी नहीं होगा ।

चित्रकूट, जेएनएन। मध्यप्रदेश के सतना जिला प्रशासन ने एक बार फिर अपने अधिकार क्षेत्र वाले चित्रकूट में लॉकडाउन लगा दिया है। 60 घंटे का लॉकडाउन सोमवार को पड़ रही चैत्र अमावस्या से ठीक पहले लगा है। हालांकि, सोमवार की सुबह छह बजे लॉकडाउन की अवधि समाप्त हो जाएगी, लेकिन मेला पर प्रतिबंध रहेगा। प्रशासन ने इसके लिए धर्मनगरी के संत समाज को तैयार कर लिया है। संतों ने अपील की है कोरोना से बचने के लिए भक्त घरों से ही भगवान कामतानाथ का पूजन करें। चित्रकूट नहीं आएं। उधर, उप्र क्षेत्र के चित्रकूट में भी मेला में भीड़ रोकने को लेकर तैयारी चल रही है।

मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए पूरे प्रदेश में शनिवार व रविवार को लॉकडाउन लागू किया है, जो शुक्रवार की शाम छह बजे से शुरू होकर सोमवार सुबह छह बजे तक रहेगा। एसडीएम मझगवां पीएस त्रिपाठी ने बताया कि यह लॉकडाउन एमपी क्षेत्र के चित्रकूट में भी लागू रहेगा। लोगों से अपील है कि घरों पर रहें। कामदगिरि परिक्रमा के लिए नहीं आएं। बिना वजह घूमने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

हालांकि, यूपी के चित्रकूट जिला प्रशासन ने अभी ऐसे कोई कदम तो नहीं उठाएं हैं, लेकिन मेला में भीड़ रोकने के इंतजाम शुरू कर दिए हैं। इसको लेकर अधिकारी संतों से वार्ता भी कर रहे हैं। वर्तमान में धर्म नगरी में सीतापुर कस्बा सबसे बड़ा कंटेनमेंट जोन है। यहां पर हाल ही में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिले हैं। मेला क्षेत्र जाने वाले यहीं से गुजरते हैं।

एक साल पहले भी लगा था प्रतिबंध

पिछले वर्ष भी कोरोना को लेकर 24 अप्रैल 2020 को चैत्र अमावस्या मेला पर लॉकडाउन था। इस बार यह मेला 12 अप्रैल को है।

रहेगी हर तरफ नाकाबंदी

एसडीएम मझगवां ने बताया कि अमावस्या के दिन सीमा पर बैरियर लगाकर लोगों को रोका जाएगा। हालांकि, अभी मेला को लेकर दो दिन का समय है। इसलिए फोर्स आदि तैनात करने की तैयारी की जा रही है। संतों के साथ शुक्रवार शाम को बैठक करके मदद मांगी गई है। उन्होंने भरोसा दिया है कि महामारी से लडऩे के लिए प्रशासन के साथ हैं। शासन के निर्देशों का मंदिरों व आश्रमों में पालन होगा। मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की जा रही है।

इनका कहना है

मेला को लेकर शासन से अभी कोई निर्देश नहीं मिले हैं। मध्यप्रदेश क्षेत्र में प्रतिबंध की सूचना है। कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए श्रद्धालुओं से अपील है कि घर से ही पूजा पाठ करें। यहां नहीं आएं। -शुभ्रांत कुमार शुक्ल, डीएम, चित्रकूट।

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