अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश ने कामकाज संभाला

जेएनएन कानपुर पुलिस कमिश्नरेट कानपुर में रिक्त चल रहे अपर पुलिस आयुक्त के पद पर बुधवार को ज्वाइन कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 01:48 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 01:48 AM (IST)
अपर पुलिस आयुक्त आनंद  प्रकाश ने कामकाज संभाला
अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश ने कामकाज संभाला

जेएनएन, कानपुर: पुलिस कमिश्नरेट कानपुर में रिक्त चल रहे अपर पुलिस आयुक्त के पद पर बुधवार को आनंद प्रकाश तिवारी ने चार्ज संभाल लिया। उन्हें अपराध एवं मुख्यालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डा. मनोज कुमार के प्रतिनियुक्ति पर जाने की वजह से यह पद रिक्त चल रहा था। आनंद प्रकाश तिवारी 2004 बैच के असम कैडर के आइपीएस अधिकारी हैं और मूल रूप से देवरिया के रहने वाले हैं। इससे पहले वह असम में राज्य परिवहन निगम में प्रबंध निदेशक के पद पर तैनात थे। हाल ही में केंद्र सरकार ने उन्हें प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश भेजा है। अपर पुलिस आयुक्त को साहस व पराक्रम के लिए वर्ष 2008 और 2012 में राष्ट्रपति का वीरता पुरस्कार, 2020 में मुख्यमंत्री असम द्वारा उत्कृष्ट सेवा पदक, वर्ष 2019 में असम के मुख्यसचिव द्वारा प्रशंसा पत्र मिल चुका है। उन्होंने बताया कि उनकी केवल एक प्राथमिकता है कि कमिश्नरेट पुलिस आम लोगों की अपेक्षाओं पर खरी उतरे। अपर पुलिस आयुक्त की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर भेजी फ्रैंड रिक्वेस्ट, कानपुर : अपर पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय आनंद प्रकाश तिवारी के कार्यभार संभालते ही साइबर अपराधियों ने चुनौती दी है। शातिरों ने उनके नाम की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजनी शुरू कर दी। करीबी से जानकारी मिलने के बाद उन्होंने फर्जी फेसबुक अकाउंट बंद कराकर अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी साझा की है। अपर पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय आनंद प्रकाश तिवारी ने बुधवार को ही शहर में कार्यभार ग्रहण किया था। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने पुलिस लाइन स्थित सभागार में उन्होंने कूटरचित दस्तावेज तैयार करके फर्जी जमानतदारों के गैंग का राजफाश किया। इसके कुछ घंटे के बाद ही परिचितों के माध्यम से उनकी फेसबुक आइडी से रिक्वेस्ट भेजने की जानकारी हुई तो उन्होंने अपनी आइडी चेक की। छानबीन में सामने आया कि किसी साइबर अपराधी ने उनकी फोटो का इस्तेमाल करके उनके नाम से दूसरी फेक फेसबुक आइजी बनाकर लोगों को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजी थीं। मामले की जानकारी होने पर उन्होंने शिकायत करके फर्जी फेसबुक आइजी को बंद कराने के साथ ही कोई उनके नाम का दुरुपयोग न कर सके इसके लिए उन्होंने ट्विटर पर लोगों को जानकारी देने के लिए संदेश भी दिया। अपर पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय ने बताया कि फर्जी आइजी को बंद कराया गया है।

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