लापरवाह कर्मचारियों को चिह्नित कर करें कार्रवाई : डीजी

जनता की सहूलियत और उनकी जरूरतों को समझें। पीड़ितों व फरियादियों को भटकना न पड़े और जो कर्मचारी शासन की प्राथमिकताओं पर खरे न उतरें या लापरवाही बरतें उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई करें।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Oct 2019 01:32 AM (IST) Updated:Thu, 24 Oct 2019 06:19 AM (IST)
लापरवाह कर्मचारियों को चिह्नित कर करें कार्रवाई : डीजी
लापरवाह कर्मचारियों को चिह्नित कर करें कार्रवाई : डीजी

जागरण संवाददाता, कानपुर : जनता की सहूलियत और उनकी जरूरतों को समझें। पीड़ितों व फरियादियों को भटकना न पड़े और जो कर्मचारी शासन की प्राथमिकताओं पर खरे न उतरें या लापरवाही बरतें, उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई करें। पुलिस लाइन में सोमवार को समीक्षा बैठक में जिले के नोडल अधिकारी डीजी सीबीसीआइडी वीरेंद्र कुमार ने अधिकारियों से यही बात कही। उन्होंने भी बदहाल यातायात व्यवस्था का भी मुद्दा उठाया और जाम व अतिक्रमण से निजात दिलाने के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करने के लिए कहा।

शासन के निर्देश पर सभी जिलों में अपराध व कानून व्यवस्था की स्थिति सुधारने के लिए नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है। इसी कड़ी में नोडल अधिकारी डीजी वीरेंद्र कुमार ने समीक्षा बैठक की। आइजीआरएस (समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली) में आ रही शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर जोर दिया। साथ ही खनन माफिया, शराब माफिया, अवैध हथियारों और नशे के सौदागरों से समाज को मुक्त कराने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि थानेवार ऐसे माफिया को चिह्नित कर टॉप-10 सूची में शामिल कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस दौरान एसएसपी अनंत देव, सभी एसपी व क्षेत्राधिकारी रहे।

शाम को उन्होंने जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत, स्वास्थ्य, परिवहन, आबकारी, खनन, समाज कल्याण आदि विभागों के अधिकारियों के साथ भी बैठक कर एक दूसरे से सामंजस्य बनाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि कई बार घटनाएं होने पर विभाग एक दूसरे पर पल्ला झाड़ने की कोशिश करते हैं। यह स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि समाधान दिवसों पर सभी विभाग अपना योगदान करें। वहीं, शासकीय अधिवक्ता संग बैठक में उन्होंने अपराधियों को सजा दिलाने में तेजी लाने के लिए कहा। पुलिस से सामंजस्य बनाकर गवाहों के बयान कराने और साक्ष्य पेश करने के निर्देश दिए। पुलिस लाइन में बच्चों के लिए किलकारी केंद्र और अत्याधुनिक मेस देख उन्होंने शाबासी दी।

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बैरकों की ली तलाशी, बंदियों से पूछताछ

दोपहर बाद डीजी ने जिला जेल का निरीक्षण कर बैरकों की भी तलाशी ली। हालांकि कहीं भी कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। इसके बाद बंदियों से पूछताछ कर जेल अधिकारियों को जेल में बंद माफिया व अन्य अपराधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा।

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