आरोपित बोला, जलाने नहीं धमकाने के लिए डाला था पेट्रोल

ससुराल में आग लगाकर सात लोगों को जिंदा जलाने के प्रयास का मामला ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 01:50 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 01:50 AM (IST)
आरोपित बोला, जलाने नहीं धमकाने के लिए डाला था पेट्रोल
आरोपित बोला, जलाने नहीं धमकाने के लिए डाला था पेट्रोल

जागरण संवाददाता, कानपुर : जूही के रत्तूपुरवा में पत्नी के साथ न चलने पर ससुराल वालों को आग से जलाने का प्रयास करने वाले डीसीएम चालक को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया। पूछताछ में शातिर ने बताया कि वह जलाना नहीं चाहता था, सिर्फ धमकाने के लिए पेट्रोल डाला था। पत्नी के चाचा के निकलने पर उसने यह कदम उठाया। हालांकि कई अन्य सवालों पर वह चुप्पी साधे रहा। वहीं गंभीर रूप से झुलसे लोगों की हालत स्थिर है।

रत्तूपुरवा निवासी हीरालाल की बेटी मनीषा ने घर के पास ही स्थित पदमश्री ट्रांसपोर्ट कंपनी में डीसीएम चलाने वाले हरदोई के बिलग्राम स्थित इटौली गांव निवासी मुकेश से प्रेम विवाह किया था। नशे का लती मुकेश उसे अक्सर पीटता था। मनीषा गर्भवती होने के चलते छह माह पहले मायके आ गई थी। कई बार पंचायत के बाद भी मनीषा उसके साथ जाने को तैयार नहीं थी। मुकेश पत्नी और उसके परिवार को जानमाल की धमकी दे रहा था। शुक्रवार तड़के मुकेश ने मनीषा के घर पहुंच दरवाजे के नीचे से पेट्रोल डाल आग लगा दी थी। आग की चपेट में आने से हीरालाल, उनकी पत्नी व बेटी मनीषा समेत सात लोग झुलस गए थे। मनीषा के चाचा कमलेश की तहरीर पर पुलिस ने हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कर झकरकटी बस अड्डे के पीछे से आरोपित को गिरफ्तार किया था। थाना प्रभारी जूही संतोष आर्या ने बताया कि पूछताछ में वह इधर उधर की बात करके गुमराह करता रहा। बच्चे की मौजूदगी जानने के बाद भी आग लगाने समेत अन्य सवालों पर चुप्पी साधे रहा। आरोपित को न्यायिक हिरासत में क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है।

पूरा परिवार था परेशान

थाना प्रभारी ने बताया कि मुकेश के बारे में उसके घरवालों से पूछताछ की गई तो उसके जिद्दी स्वभाव और नशे का लती होने की जानकारी हुई। ग्रामीणों का कहना था कि वह रोजाना नशे में धुत होकर आता था और माता-पिता, पत्नी को बेरहमी से पीटता था। कई बार ग्रामीणों ने माता पिता और पत्नी को उससे बचाया था।

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