एक सड़क, जिससे है कानून व्यवस्था को खतरा

- नमक फैक्ट्री से मसवानपुर रोड की मरम्मत के लिए एसएसपी ने डीएम को लिखा पत्र -

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Sep 2020 07:34 AM (IST) Updated:Thu, 03 Sep 2020 07:34 AM (IST)
एक सड़क, जिससे है कानून व्यवस्था को खतरा
एक सड़क, जिससे है कानून व्यवस्था को खतरा

जागरण संवाददाता, कानपुर : शहर में एक ऐसी सड़क है जो कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन गई है। ये बात एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने डीएम आलोक तिवारी को लिखे पत्र में कही है।

पत्र में जिसका जिक्र किया गया है वो नमक फैक्ट्री चौराहा से मसवानपुर होते हुए पनकी-कल्याणपुर जाने वाली सड़क है, जिस पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। गोविंदनगर और कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र में आने वाली इस सड़क को बनाने के लिए आए दिन प्रदर्शन भी होते हैं। गड्ढों में गिरकर अक्सर दोपहिया वाहन चालक चुटहिल होते हैं। अब खुद एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने डीएम को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि सड़क की दुर्दशा को लेकर कई बार प्रदर्शन हो चुके हैं। सड़क न बनाए जाने के कारण शांति व कानून व्यवस्था प्रभावित हो रही है। यह भी लिखा है कि थाना कल्याणपुर क्षेत्र सांप्रदायिक व कानून व्यवस्था के दृष्टिकोण से संवेदनशील है। नगर निगम व संबंधित को आदेश करके सड़क की मरम्मत कराई जानी चाहिए। बता दें कि सड़क को लेकर पिछले दिनों कल्याणपुर प्रभारी निरीक्षक अजय सेठ ने पुलिस अधीक्षक पश्चिम को पत्र भेजा था।

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चुनाव में बनी मुद्दा

लोकसभा चुनाव के में सभी दलों के उम्मीदवारों ने सड़क बनवाने का वादा किया था। केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है। इसके बावजूद भाजपा के सांसद देवेंद्र सिंह भोले हों या प्रदेश में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार या विधायक सुरेंद्र मैथानी कोई भी इस सड़क को नहीं बनवा सका। सभी ने सिर्फ पत्राचार ही किया।

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अगस्त में विरोध-प्रदर्शन

-सात अगस्त को शन्नैश्वर मंदिर से मसवानपुर चौराहा तक टूटी सड़क को लेकर क्षेत्रीय जनता ने धरना दिया था।

- 13 अगस्त को पनकी रोड बाजार में बारिश का पानी घरों और दुकानों में भर जाने से व्यापारी सड़क पर उतर आए थे।

सड़क का हाल

पनकी और विजय नगर को जोड़ने वाली ये सड़क सात साल से जर्जर है।आवास विकास विभाग के अफसर मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के माध्यम से कई बार शासन को पत्र भेजकर ढाई करोड़ रुपये मांग चुके हैं, ताकि मरम्मत और जलनिकासी की व्यवस्था हो सके।

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प्रमुख सचिव आवास से इस मुद्दे पर बैठक कर चुका हूं। फोन पर भी कई बार बातचीत हुई है। जल्द ही यह सड़क नगर निगम को हस्तांतरित हो जाएगी। इसके बाद निर्माण शुरू होगा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से भी बात हुई है। यह सड़क जरूर बनेगी और जल्द बनेगी।

- सुरेंद्र मैथानी, विधायक, गोविद नगर सड़क जर्जर है। इसके निर्माण के लिए अवस्थापना निधि से धनराशि उपलब्ध कराने को कई बार शासन को पत्र लिख चुका हूं। धनराशि मिले तो सड़क का निर्माण कराया जाए।

- वाईके गोयल सहायक अभियंता, आवास विकास परिषद

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आवास विकास ने करीब डेढ़ वर्ष पहले दो वर्ष के लिए अपने कार्य तय किए थे जिसमें यह तय हुआ था कि किसी सड़क का दोबारा निर्माण नहीं होगा। यह दो वर्ष का समय अगले तीन-चार माह में खत्म हो जाएगा। चौराहे के सौंदर्यीकरण के नाम पर कुछ पैचवर्क कराया था लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। 15 दिन पहले महापौर से बात हुई है कि नगर निगम यहां मलबा डलवा दे। मलबा पड़ जाएगा तो तीन चार माह के लिए सड़क चलने लायक हो जाएगी। आवास विकास से 40 करोड़ रुपये का एस्टीमेट बनवाया हुआ है। इसमें सड़क के दोनों तरह ड्रेनेज की व्यवस्था होगी। अगली बोर्ड बैठक में रख कर इसे पास करा लिया जाएगा। इस सड़क को पीडब्ल्यूडी या नगर निगम को हस्तांतरित करने का प्रयास भी है।

- नीलिमा कटियार, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री

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एसएसपी के पत्र की जानकारी नहीं है। हां अगर सड़क टूटी हुई है तो उसकी मरम्मत कराई जाएगी। सड़क की मरम्मत का कार्य अभी तक क्यों नहीं हो पाया है इसकी संबंधित विभाग के अफसरों से जानकारी लेंगे। सड़क बनेगी और लोगों को समस्या से निजात भी मिलेगी। - डॉ. सुधीर एम बोबडे, मंडलायुक्त

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