कक्षा एक में दाखिले के लिए आवेदनों की भरमार,सीबीएसई और यूपी बोर्ड में पिछले सत्र की अपेक्षा दो गुना से अधिक आए फॉर्म

पिछले एक साल कोरोना की समस्या के चलते बच्चों का स्कूल में दाखिला न करा सके अभिभावक अब जल्द बच्चों का स्कूल में दाखिला कराना चाहते हैैं। एक साल पढ़ाई न हो पाने से अभिभावक चाहते हैैं कि उनके बच्चे का दाखिला कक्षा एक में हो।

By Sarash BajpaiEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 09:22 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 09:22 PM (IST)
कक्षा एक में दाखिले के लिए आवेदनों की भरमार,सीबीएसई और यूपी बोर्ड में पिछले सत्र की अपेक्षा दो गुना से अधिक आए फॉर्म
बच्चों का कक्षा एक में दाखिला कराने को मची है होड़।

कानपुर, जेएनएन। यूपी बोर्ड के स्कूल हों या फिर सीबीएसई के। कक्षा एक में दाखिले को लेकर आवेदनों की भरमार हो गई है। पिछले सत्र की अपेक्षा दो गुना से अधिक फॉर्म आए हैं। कई स्कूल ऐसे हैं, जहां कक्षा एक में प्रवेश को देखते हुए सेक्शन की संख्या बढ़ा दी गई है। दरअसल पिछले साल कोरोना महामारी के चलते मार्च से ही कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के स्कूल बंद हो गए थे। जिन अभिभावकों ने अपने बच्चों का दाखिला नर्सरी या पीजी में कराया था, उनके बच्चे भी स्कूल नहीं गए। ऐसी स्थिति में अब, जब प्रवेश शुरू हुए तो कक्षा एक में सर्वाधिक आवेदन आ रहे हैं।

पांच हजार से अधिक बच्चे हर साल लेते प्रवेश

सीबीएसई के सिटी कोआॢडनेटर बलविंदर सिंह ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध जिले में 100 से अधिक स्कूल हैं। इनमें कक्षा एक में हर साल औसतन पांच हजार बच्चों का प्रवेश होता है, हालांकि इस सत्र में अभी तक 10 से 15 फीसद अधिक आवेदन आए हैं।

किये जा रहे प्रवेश

ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज की प्रबंध निदेशक पूजा अवस्थी का कहना है कि हर साल की अपेक्षा इस बार कक्षा एक में प्रवेश की मांग सबसे ज्यादा है। हालांकि सीटों के मुताबिक प्रवेश किए भी जा रहे हैं।  

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