Kanpur University में बंद होंगे यह कोर्स, स्टूडेंट्स की घटती संख्या के बाद प्रबंधन ने लिया फैसला

छात्रों के प्रवेश न लेने पर एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कुलपति व सदस्यों ने फैसला लिया है कि बी-लिब व एम-लिब समेत एक दर्जन कोर्स बंद किए जाएंगे। वहीं कई वार्षिक कोर्स अब सेमेस्टर वार संचालित किए जाएंगे।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 12:23 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 12:23 PM (IST)
Kanpur University में बंद होंगे यह कोर्स, स्टूडेंट्स की घटती संख्या के बाद प्रबंधन ने लिया फैसला
कानपुर यूनीवर्सिटी में बी-लिब व एम-लिब समेत एक दर्जन कोर्स बंद किए जाएंगे।

कानपुर, जागरण संवाददाता। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में बैचलर आफ लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन साइंस और मास्टर आफ लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन साइंस समेत 14 कोर्स अगले वर्ष से बंद किए जाएंगे। इस बार इन सभी कोर्स में छात्रों की संख्या या तो काफी कम रही या फिर शून्य है। मंगलवार शाम विवि की एकेडमिक काउंसिल (विद्या परिषद) की बैठक में यह फैसला लिया गया। जीएसवीएम मेडिकल कालेज में एमबीबीएस कोर्स के लिए नई शिक्षा नीति के तहत एमसीआइ गाइडलाइन को एप्रूवल भी दिया गया और कई अन्य ङ्क्षबदुओं पर प्रस्ताव पारित हुए। 

बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने की। ङ्क्षहदी विषय में शोध कार्यों के लिए आचार्य डाक्टर मुंशी शर्मा सोम शोध पीठ स्थापित करने का निर्णय लिया गया। इसके अंतर्गत ङ्क्षहदी विषयों के शोधार्थियों को लगातार प्रतिमाह पांच हजार रुपये तीन वर्ष तक छात्रवृत्ति के रूप में दिए जाएंगे। सेवानिवृत्त शिक्षकों की मूक कोर्सेज तैयार करने के लिए मदद ली जाएगी। वोकेशनल कोर्स के लिए वीडियो रिकार्ड कराए जाएंगे। प्राचीन ज्ञान विभाग और हाबी क्लब बनाने पर विचार किया गया। समान परीक्षा नियमावली लागू करने का प्रस्ताव भी पारित हुआ। अब सभी स्नातक कोर्स में सेमेस्टर परीक्षाएं होंगी। स्नातक व परास्नातक स्तर पर संचालित कोर्सों में आंतरिक विषयों व वाह्य विषयों के अधिकतम अंक भी एक जैसे होंगे।

इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को विवि प्रति माह आठ हजार रुपये देगा। पीएचडी का नया अध्यादेश व कोर्स में संशोधन भी पास हुआ। जीव विज्ञान व बायो टेक्नोलाजी विभागों का विलय कर डिपार्टमेंट आफ लाइफ साइंस एंड बायोटेक्नोलाजी नाम दिया गया। बैठक में कुलसचिव अनिल कुमार यादव, सीडीसी डायरेक्टर डा. आरके द्विवेदी, डीन एकेडमिक्स प्रो. अंशु यादव, डीन अधिष्ठाता प्रो. सुधांशु पांडिया, प्रो. संजय कुमार स्वर्णकार, परीक्षा नियंत्रक अंजनी कुमार मिश्र, डीन छात्र कल्याण प्रो. सुधीर अवस्थी आदि रहे।

यह कोर्स होंगे बंद, पुराने छात्र पढ़ते रहेंगे

पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन रिसर्च मेथाडोलाजी, एडवांस पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बायोइनफॉर्मेटिक्स, बैचलर आफ लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन साइंस, मास्टर आफ लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन साइंस, एमए एजूकेशन, एमएससी कंप्यूटर साइंस, एमएससी इलेक्ट्रानिक्स, एमएससी एनवायरमेंटल साइंस, एमएससी इंटीग्रेटेड साइंस, एमएससी इन बायो इनफॉर्मेटिक्स, फैशन टेक्नोलाजी, डिप्लोमा इन एजूकेशन, लीडरशिप, एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजेमेंट कोर्स बंद हुए, लेकिन अध्ययनरत छात्र पढ़ते रहेंगे।

एमबीए और बीबीए होंगे सहायता प्राप्त कोर्स

एमबीए और बीबीए कोर्स को विवि ने सहायता प्राप्त करने का फैसला भी लिया है। अभी तक यह सेल्फ फाइनेंस में चल रहा था। अधिकारियों ने बताया कि शासन की ओर से इन कोर्स के लिए शिक्षकों के 14 पद मिले हैं। वहीं बीकाम आनर्स सेल्फ फाइनेंस होगा। बीए एलएलबी के पाठ्यक्रम में सुधार भी किया जा रहा है। एमए म्यूजिक, बीए फाइन आट््र्स, एमए इंग्लिश, बीएड और एमएड कोर्स सेमेस्टर वार चलेंगे। पहले यह वार्षिक थे। स्कूल आफ होटल टूरिज्म मैनेजमेंट बनाया गया है। 

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