तीस से कम छात्र संख्या वाले 83 स्कूलों के अस्तित्व पर खतरा, शासन ने ऐसे विद्यालयों की जरूरत पर उठाए सवाल

न्यून छात्र संख्या को बढ़ाने के लिए हर साल स्कूल चलो अभियान आदि कार्यक्रम भी सफलता नहीं दिला पा रहे हैं। शासन ने इस विद्यालयों की छंटनी कराई है। जल्द ही इन पर फैसला लिया जा सकता है।

By Rahul MishraEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:29 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 09:29 PM (IST)
तीस से कम छात्र संख्या वाले 83 स्कूलों के अस्तित्व पर खतरा, शासन ने ऐसे विद्यालयों की जरूरत पर उठाए सवाल
कम छात्र संख्या पर खत्म की जा सकती है मान्यता। प्रतीकात्मक चित्र

कानपुर, जेएनएन। कमतर छात्र संख्या और खर्च हो रहे धन को लेकर शासन ने कड़ा फैसला लिया है। निर्णय के मुताबिक जहां पर 30 छात्रों से संख्या कम है। उन विद्यालयों को बंद किया जाए। निर्देश के मुताबिक विभाग की छंटनी में फतेहपुर के अंदर 83 विद्यालय सामने उभर कर आए हैं। आने वाले समय में इन विद्यालयों में तालाबंदी हो जाएगी। 

फतेहपुर में 2130 परिषदीय विद्यालयों प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हो रहे हैं। विद्यालयों में लगातार छात्र संख्या न्यून रही है। न्यून छात्र संख्या को बढ़ाने के लिए हर साल स्कूल चलो अभियान आदि कार्यक्रम भी सफलता नहीं दिला पा रहे हैं।

शासन ने इस विद्यालयों की छंटनी कराई है। जिले के 13 ब्लाकों और नगर क्षेत्र में मुख्यालय और बिंदकी में इसकी विधिवत समीक्षा करके रिपोर्ट मंगाई गई है। फतेहपुर के बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिन विद्यालयों की छात्र संख्या 30 से कम है उनकी सूची शासन को भेजी जाएगी। जांच पड़ताल में 83 विद्यालय चिन्हित हुए हैं।  

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