कानपुर : 22 दिनों में 20 फीसद शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप बने, 23 फीसद छात्र बढ़े

20 फीसद शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप बन गए वहीं कुल 23 फीसद छात्र-छात्राओं की संख्या भी बढ़ गई है। इस तरह से बच्चों की शिक्षा में बुरा असर पड़ेगा। पहले कोरोना फिर अब वाट्सएप पर छात्रों की न बराबर सक्रियता से अभिभावकों के सामने दिक्कत खड़ी हो गई है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 01:16 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 01:16 PM (IST)
कानपुर : 22 दिनों में 20 फीसद शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप बने, 23 फीसद छात्र बढ़े
छात्रों की न बराबर सक्रियता से अभिभावकों के सामने दिक्कत खड़ी हो गई

कानपुर, जेएनएन। माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से यह दावा किया जा रहा है, कि जिले के 100 फीसद छात्र आनलाइन पढा़ई कर रहे हैं, और 100 फीसद शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप बन चुके हैं। अगर विभागीय आंकड़ों को देखें तो यह दावा हकीकत जैसा नहीं हैं। हां, अच्छी बात यह है कि पिछले 22 दिनों में जो कानपुर मंडल की रिपोर्ट संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में तैयार हुई, उसमें जिले की स्थिति सुधरी है। जुलाई को देखते हुए छात्रों व शिक्षकों की सक्रियता बढ़ी है। इसी वजह से 22 दिनों के अंदर जहां लगभग 20 फीसद शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप बन गए, वहीं कुल 23 फीसद छात्र-छात्राओं की संख्या भी बढ़ गई है। इस तरह से बच्चों की शिक्षा में बुरा असर पड़ेगा। पहले कोरोना फिर अब वाट्सएप पर छात्रों की न बराबर सक्रियता से अभिभावकों के सामने दिक्कत खड़ी हो गई है।

हर बुधवार शासन में जाती है रिपोर्ट : संयुक्त शिक्षा निदेशक केके गुप्ता ने बताया कि आनलाइन पढ़ाई को लेकर हर बुधवार शासन में रिपोर्ट भेजी जाती है। जिसमें कानपुर मंडल के हर जिले में वाट्सएप ग्रुप से पढऩे वाले छात्रों की संख्या, कुल शिक्षकों की संख्या, कुल विद्यालयों आदि की जानकारी रहती है। जिन जिलों में स्थिति ठीक नहीं होती, वहां के डीआइओएस से शासन के अफसर सवाल-जवाब करते हैं।

आंकड़े दे रहे गवाही : तिथि शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप की स्थिति वाट्सएप से पढऩे वाले छात्र 30 जून 65.92 फीसद 58.27 फीसद आठ जुलाई 80.53 फीसद 79.85 फीसद 15 जुलाई 80.96 फीसद 79.64 फीसद 22 जुलाई 85.26 फीसद 81.07 फीसद 

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