ICSE, ISC Result 2021 : सीआइएससी की परीक्षा में अंकों की बारिश, 99 फीसद छात्र सफल

दरअसल कोरोना की दूसरी और घातक लहर के चलते काउंसिल ने इस सत्र में 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। उसके बाद छात्रों को अपने अंकों की चिंता थी। हालांकि काउंसिल ने विशेषज्ञों की टीम गठित कर रिजल्ट स्कूल में ही तैयार करा लिया

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 04:05 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 05:00 PM (IST)
ICSE, ISC Result 2021 : सीआइएससी की परीक्षा में अंकों की बारिश, 99 फीसद छात्र सफल
काउंसिल ने विशेषज्ञों की टीम गठित कर रिजल्ट स्कूल में ही तैयार करा लिया

कानपुर, जेएनएन। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सार्टिफिकेट एग्जामिनेशन सीआइएससीई ने शुक्रवार को इंडियन सार्टिफिकेट ऑॅफ सेकेंड्री एजुकेशन आइसीएसई व इंडियन स्कूल आफ सार्टिफिकेट आइएससी की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया। आइसीएसई 10वीं व आइएससी 12वीं की परीक्षा में छात्रों को जमकर अंक मिले। शहर के ज्यादातर स्कूलों का परीक्षा परिणाम सौ फीसद रहा। गणित व विज्ञान विषयों में सौ फीसद अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या भी खूब रही। इतिहास में यह पहली बार हुआ जब बिना परीक्षा दिए छात्रों को उत्तीर्ण कर दिया गया। हालांकि पिछले साल भी मेरिट नहीं आयी थी लेकिन परीक्षाएं हुई थीं।

पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष परिणाम अधिक रहा। वर्ष 2020 में और 10 वीं व 12 वीं में कुल 95 फीसद से अधिक छात्रों ने बाजी मारी थी जबकि इस बार शहर के स्कूलों में उनकी औसत संख्या 99 फीसद रही। इसका कारण यह रहा कि कुछ छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए। शहर में काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सार्टिफिकेट एग्जामिनेशन में शामिल होने वाले 62 स्कूल हैं। इस स्कूलों से 10वीं की बोर्ड परीक्षा में पांच हजार व 12वीं मेें तीन हजार छात्र छात्राएं शामिल हुए। कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल भले ही बंद रहे लेकिन परीक्षा परिणाम घोषित होते ही आनलाइन बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। सहपाठियों ने एक दूसरे को बोर्ड परीक्षा में मिली सफलता की बधाई दी जबकि शिक्षक भी उनकी इस खुशी में शामिल हुए। छात्र छात्राओं की इस परिणाम को लेकर अलग-अलग राय रही। कई छात्र इस बार से खुश थे कि अब वह कालेज की सीढिय़ां चढेंग़े जबकि कुछ छात्रों को इस बात का मलाल भी था कि उन्होंने साल भर अच्छी मेहतन की थी अगर परीक्षा हुई होती तो वह मेरिट में अपनी जगह बना सकते थे।

इनका ये है कहना छात्र छात्राओं को स्कूल में हुई परीक्षाओं के प्रदर्शन के आधार पर 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अंक दिए गए हैं। इसमें छात्र छात्राओं की पहले की गई मेहनत शामिल है। कोरोना संक्रमण के कारण यह दूसरी बार है जब मेरिट जारी नहीं की गई। - केवी विंसेंट, सिटी कोआर्डिनेटर आइसीएसई

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