मतदान आज, 29 बूथों पर पार्टियां रवाना
जागरण संवाददाता कन्नौज आगरा खंड शिक्षक-स्नातक एमएलसी पद का मंगलवार को जिले में मतदान ह
जागरण संवाददाता, कन्नौज : आगरा खंड शिक्षक-स्नातक एमएलसी पद का मंगलवार को जिले में मतदान होगा। 12 केंद्रों के 29 बूथों पर 18,978 मतदाता वोट डालेंगे। मतदान के लिए सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर से 29 पोलिग पार्टियां (116 कार्मिक) रवाना किए गए। एक बूथ पर एक पीठासीन व तीन मतदान अधिकारी मतदान कराएंगे। जबकि निगरानी बैंकों से लगाए गए माइक्रो आब्जर्वर करेंगे। सबसे पहले रेंडमाइजेशन कर प्रभारी कार्मिक आनएन सिंह व सहायक एनबी सविता ने बूथ बांटे। कार्मिकों की उपस्थिति दर्ज कर खुद के लिए पहचान पत्र दिए। बैलट पेपर, मतपेटी, मतदाता सूची अन्य चुनाव सामग्री दी, जिसका कार्मिकों ने मिलान किया। जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा, एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह, उपजिला निर्वाचन अधिकारी गजेंद्र कुमार व सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी विनीत कटियार ने निरीक्षण किया। कार्मिकों को दी गई सामग्री देखी व बैलेट पेपर चेक किए। साथ ही मतदान कराने की जानकारी दी। सुबह आठ बजे से वोटिग, एक घंटा पहले तैयारी:
जिला निर्वाचन अधिकारी, उपजिला निर्वाचन अधिकारी व मास्टर ट्रेनर एनसी टंडन ने कलेक्ट्रेट सभागार में कार्मिकों को ब्रीफ किया। पीठासीन अधिकारी व माइक्रो आब्जर्वर को सावधानी बरतते हुए निष्पक्ष मतदान कराने की जानकारी दी। तौर-तरीके समझाए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान सुबह आठ से शाम पांच बजे तक होगा। एक घंटा पहले तैयारी करनी होगी। कोविड नियमों का भी पालन करना होगा। मतदाता को मास्क व ग्लव्स पहनकर मतदान कराएंगे। कोविड हेल्पडेस्क पर मतदाता की थर्मल स्क्रीन की जाएगी। सेक्टर मजिस्ट्रेट के संपर्क में रहेंगे। किसी तरह की गड़बड़ी या परेशानी पर सेक्टर व जोनल समेत कलेक्ट्रेट में बने कंट्रोल रूम पर बताएं। छह पार्टियां रिजर्व तहसीलों पर रहेंगी। मतदान समाप्ति के बाद रात को ही मतपेटी सुरक्षा के साथ आगरा भेजी जाएगी। जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट रहेंगे तैनात
जिला 12 सेक्टर व तीन जोन में बांटा गया है। जहां 12 सेक्टर मजिस्ट्रेट केंद्रों पर बराबर रहेंगे व तीन जोनल मजिस्ट्रेट निगरानी करेंगे। बूथों पर पुलिस बल तैनात रहेगा। जरूरत पड़ने पर अधिकारियों के साथ अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचेगा। सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट को सभागार में प्रशिक्षित किया गया। चार कार्मिक बदले, नहीं चली बहानेबाजी:
बूथों पर जाने से पहले ड्यूटी कटवाने के लिए कार्मिक अफसरों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन बहानेबाजी नहीं चली। चार कार्मिक जरूर गैरहाजिर रहे, जिनकी जगह रिजर्व कार्मिकों को लगाकर भेजा गया। इनमें एक पीठासीन अधिकारी निलंबित तो दूसरे बीमार होने के कारण नहीं आए। एक मतदान कार्मिक बीमार व एक एक्सीडेंट के कारण अनुपस्थित रहे।
खटारा बसों से भेजी पार्टियां:
कलेक्ट्रेट से पोलिग पार्टियों को बसों से भेजा गया। बसों की व्यवस्था परिवहन विभाग ने की थी। इनमें अधिकांश बसें बिना फिटनेस खटारा रहीं,सीटें टूटी रहीं। सुरक्षा व सावधानी के मानक भी दरकिनार रहे।