आज बाल सेवा योजना से लाभांवित होंगे 33 बच्चे

जागरण संवाददाता कन्नौज बाल सेवा योजना का शुभारंभ गुरुवार को लखनऊ से मुख्यमंत्री योगी आदि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 07:18 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 07:18 PM (IST)
आज बाल सेवा योजना से लाभांवित होंगे 33 बच्चे
आज बाल सेवा योजना से लाभांवित होंगे 33 बच्चे

जागरण संवाददाता, कन्नौज : 'बाल सेवा योजना' का शुभारंभ गुरुवार को लखनऊ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। एलईडी के माध्यम से कार्यक्रम जिलों पर देखा जाएगा। जिले का कार्यक्रम कलेक्ट्रेट परिसर में होगा, जहां जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में 33 बच्चों को लाभांवित कर योजना के प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। अपर जिलाधिकारी गजेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चों का चयन प्रोबेशन विभाग की तरफ से किया गया है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर चार बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता दोनों की मौत कोरोना से हुई है। चारो बच्चे दादी-दादा, ताई-ताऊ या अन्य के पास रहते हैं, लेकिन बच्चे लावारिस नहीं हैं। योजना के तहत इन बच्चों को परवरिश के लिए चार हजार रुपये दिए जाएंगे। सभी बच्चे पढ़ते हैं, जिनकी फीस माफ होगी। इसी तरह 29 बच्चे एकल हैं, जिनके माता या फिर पिता किसी एक की कोरोना से मौत हुई है। इन बच्चों के अभिभावकों को भी चार हजार रुपये देने के साथ पढ़ाई निश्शुल्क कराई जाएगी।

लावारिस होने पर आवासीय सुविधा

प्रभारी प्रोबेशन अधिकारी प्रेमेंद्र कुमार ने बताया कि बाल सेवा योजना का मकसद कोरोना से अनाथ या लावारिस हुए बच्चों की पढ़ाई लिखाई से लेकर बालिग होने तक परवरिश करना है। माता-पिता दोनों की मौत पर अनाथ हुए बच्चों को शिशुगृह, बालगृह व किशोर गृह में रखकर पढ़ाई कराना है। कक्षा छह से 12 तक के बालक को अटल आवासीय विद्यालय व बालिका को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में रखा जाएगा। यदि ऐसे बच्चों की घर पर कोई परवरिश करता है तो संरक्षक को चार हजार रुपये बच्चों के लिए दिए जाएंगे। साथ ही पढ़ाई जरूर करानी होगी। प्रोबेशन विभाग खुद प्रवेश कराएगा। इसी तरह एकल बच्चों के लिए माता या पिता कोई एक होने पर चार हजार रुपये पालन-पोषण के दिए जाएंगे। साथ ही पढ़ाई निश्शुल्क होगी।

मिलेगा टेबलेट व लैपटाप

आवासीय सुविधा में परीक्षा के बाद तीन माह छुट्टी होती है तो चार-चार हजार रुपये प्रति माह स्वजन को खर्च के लिए मिलेंगे। कक्षा नौ या इससे ऊपर की पढ़ाई करने व व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त करने वाले बालक-बालिका को टेबलेट या लैपटाप मिलेगा। लड़की की शादी के लिए 1,01,000 रुपये दिए जाएंगे। अनाथ बच्चों की संपत्ति के मालिक जिलाधिकारी होंगे।

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