चोर समझ लाठियों से पीटकर की थी हत्या

संवाद सूत्र विशुनगढ़ किसान को चोर समझ कर लाठियों से पीट-पीटकर हत्या की गई थी। खेरे

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 06:12 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 06:12 PM (IST)
चोर समझ लाठियों से पीटकर की थी हत्या
चोर समझ लाठियों से पीटकर की थी हत्या

संवाद सूत्र, विशुनगढ़: किसान को चोर समझ कर लाठियों से पीट-पीटकर हत्या की गई थी। खेरे के पास शव फेंक दिया था। पुलिस ने यह हत्या की गुत्थी सुलझाकर दो आरोपितों को गिरफ्तार किया लिया है, लेकिन यह गुत्थी गले नहीं उतर रही है।

थाना विशुनगढ़ के गांव अहिरुआ राजारामपुर निवासी 55 वर्षीय किसान शिवकुमार का शव 21 अक्टूबर को गांव के बाहर खेरे के पास संदिग्ध हालात में मिला था।कान से खून बह रहा था व गले में कसाव के निशान थे। पैरों में भी चोट थी। वह तालग्राम में बहन के यहां रहते थे। गांव खेती देखने के लिए आते हैं। 20 अक्टूबर को मक्का बिक्री के 11,500 रुपये लेकर आलू बीज लेने गए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर में कई जगह चोटों के निशान आए थे। इसके बाद भतीजे की तहरीर पर गांव के ही सिक्कू उर्फ प्रताप सिंह व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले पर कार्यवाहक थानाध्यक्ष राधेश्याम ने दबिश देकर रविवार को प्रताप सिंह को पकड़ लिया है। पूछताछ में साथी का नाम रामू उर्फ राम नारायण बताया है। उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने बताया कि शिवकुमार नशे में गांव आ रहे थे। वह भैंसों के पास गिर पड़े तो मवेशी चोर समझकर लाठी-डंडों से पिटाई कर दी थी। इससे मौत हो गई थी। शव खेरे के पास फेंक दिया गया था। कार्यवाहक थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों आरोपितों को पकड़ा लिया है। पीटकर हत्या की थी। इधर, पुलिस की बताई कहानी लोगों के गले नहीं उतर रही है। सवाल उठ रहा है कि यदि चोर समझकर पीट-पीट कर हत्या की गई तो रुपये व कागजात कहां चले गए, जो पास से नहीं मिले थे। घटना के दिन गांव के किसी भी व्यक्ति ने जिक्र क्यों नहीं किया था।

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