गांव के लोगों में दिखा 'अपनी सरकार' चुनने का जज्बा
जागरण संवाददाता कन्नौज गांव के लोगों ने अपनी सरकार चुनने के लिए कड़ी मेहनत की। कई मतद
जागरण संवाददाता, कन्नौज: गांव के लोगों ने अपनी सरकार चुनने के लिए कड़ी मेहनत की। कई मतदान केंद्रों पर लोग कड़ी धूप में भी लाइन में डटे रहे। बहादुरपुर उजैना में तो दो महिलाएं बेहोश होकर धूप में गिर पड़ीं तो कई जगह लोग थककर जमीन पर बैठ गए। शाम तक लगभग सभी केंद्रों पर भीड़ लगी रही, जिन्हें हटाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
सोमवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान कई मतदान केंद्रों पर अलग-अलग रंग देखने को मिले। लोकसभा या विधानसभा चुनाव की अपेक्षा पंचायत चुनाव में लोगों की दिलचस्पी अधिक रहती है। इसमें गांव में लोगों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी रहती है। वोटिग का प्रतिशत भी बढ़ जाता है क्योंकि इसमें चलने में असमर्थ बुजुर्गों को बूथों पर लाकर वोट डलवाए जाते हैं। यहां तक कि प्रत्याशी और उनके समर्थक खेतों पर भी काम कर रहे लोगों से विनती कर मतदान केंद्र तक लाए। इससे अधिकतर केंद्रों पर लंबी लाइनें लगीं रहीं।
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मतदान कर्मियों के सुस्त रवैये से हुई देरी
कन्नौज के मड़हरपुर मतदान केंद्र पर सैकड़ों महिलाएं व पुरुषों की लंबी लाइन लगी थी। यहां जब काफी देर तक उनका वोट डालने का नंबर नहीं आया तो वह थककर जमीन पर ही बैठ गए। कुछ इसी तरह रिजगिर मतदान केंद्र पर भी देखने को मिला। यहां भी लोग मतदान के इंतजार में बैठे रहे। लोगों ने बताया कि मतदान कार्मिकों के सुस्त रवैये से देरी हुई। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने सेक्टर मजिस्ट्रेट से भी की।
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घूंघट के भीतर मास्क लगाकर पहुंची महिलाएं
कई मतदान केंद्रों पर महिलाओं ने मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। गांव की महिलाओं ने घूंघट की ओट से मतदान किया। कई महिलाएं तो घूंघट के भीतर मास्क लगाकर पहुंची। कई केंद्रों पर मास्क के बिना प्रवेश नहीं दिया गया तो कई केंद्रों पर मास्क और शारीरिक दूरी को लेकर कोई सख्ती नहीं दिखी।
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बाइक और गोद में पहुंचे बुजुर्ग
पंचायत चुनाव में बुजुर्गों की भी भागीदारी रही। कई केंद्रों पर बाइक और गोद में बुजुर्ग पहुंचे तो कई लोग लाठी का सहारा लेकर वोट डालने पहुंचे। मड़हरपुर में 90 साल की किसवरी बेगम अपने नाती हामिद के साथ बाइक से मतदान केंद्र तक गईं तो सलेमपुर ताराबांगर में 95 साल के महेश लाठी लेकर केंद्र तक वोट डालने गए। गुखरु के 80 वर्षीय रामनाथ, भुगैतापुर के 70 वर्षीय वीरभान ने भी वोट डाला