25 से 30 किमी दूरी के छात्राओं को बांटी छात्रवृत्ति

जागरण संवाददाता कन्नौज अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति फर्जीवाड़े के आरोपों की जांच में टीम को कई

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 04:42 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 04:45 PM (IST)
25 से 30 किमी दूरी के छात्राओं को बांटी छात्रवृत्ति
25 से 30 किमी दूरी के छात्राओं को बांटी छात्रवृत्ति

जागरण संवाददाता, कन्नौज : अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति फर्जीवाड़े के आरोपों की जांच में टीम को कई विसंगतियां मिली हैं। मदरसों व विद्यालयों में 25 से 30 किमी दूर रहने वाले छात्र-छात्राओं का प्रवेश कर छात्रवृत्ति का लाभ देना पाया गया है। अब टीम छात्रवृत्ति पाए छात्र-छात्राओं की पड़ताल करा रही है कि इतनी दूर के प्रवेश क्यों लिए गए थे।

सांसद सुब्रत पाठक का आरोप है कि वर्ष 2019-20 में अल्पसंख्यक विभाग के विद्यालय व मदरसों में बड़े पैमाने पर छात्रवृत्ति में घोटाला हुआ है। दो साल से उनकी शिकायत पर प्रशासन स्तर से जांच नहीं की गई थी, जबकि तत्कालीन डीएम रवींद्र कुमार ने मदरसा समेत 492 विद्यालयों की जांच के निर्देश देकर टीम बनाई थी। जिले स्तर से जांच न होने पर सांसद ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। इससे हरकत में आई टीम ने पिछले माह जांच शुरू की थी। सांसद ने 15 मदरसों के नाम देकर फर्जीवाड़े के बिदु दर्शाए थे, जिसमें आठ मदरसों की जांच डीडीओ नरेंद्र देव द्विवेदी, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी अनुपम राय व समाज कल्याण अधिकारी अंजनी कुमार ने की है, जांच गोपनीय है। इसलिए अधिकारी कुछ नहीं बता रहे हैं, जबकि जांच में कई विसंगतियां पाई गई हैं। जांच में सबसे बड़ी गड़बड़ी मदरसों व विद्यालयों में 25 से 30 किमी दूर के छात्र-छात्राओं का प्रवेश व उन्हें छात्रवृत्ति देना पाया गया है। इससे फर्जीवाड़े की आशंका है। पुष्टि करने के लिए टीम अब ग्राम सचिवों से ऐसे छात्र-छात्राओं की पड़ताल कराएगी कि वह दर्शाए गए पते पर रहते हैं या नहीं। यह भी पड़ताल की जाएगी कि उन स्थानों पर मदरसे या विद्यालय हैं कि नहीं। यदि हैं तो दूर प्रवेश क्यों कराए गए हैं।

chat bot
आपका साथी