दुष्कर्मियों के खिलाफ चार्जशीट लगाने में जुटी पुलिस
जिले में पॉक्सो एक्ट के तहत जनवरी से अब तक 14 मुकदमे दर्ज किए गए जिसमें 12 मामलों में आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल हो चुका है जबकि दो मामलों की विवेचना प्रचलित है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बच्चों के साथ होने वाले लैंगिक अपराधों में
-जनवरी से अब तक जिले में दर्ज हुए दुष्कर्म के दस मुकदमे, आठ में चार्जशीट
-दो मुकदमों की विवेचना चल रही, आरोपितों से पूछताछ कर जुटाए जा रहे साक्ष्य जागरण संवाददाता, कन्नौज: हैदराबाद व उन्नाव में हुई दुष्कर्म की दिल दहला देने वाली घटनाओं के बाद डीजीपी के निर्देश पर प्रदेश की पुलिस भी संजीदा हो रही है। दुष्कर्म के मुकदमों में पुलिस चार्जशीट लगा रही है और जिन मुकदमों की विवेचना चल रही है, उनमें आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
जिले में एक जनवरी से लेकर अब तक दुष्कर्म के दस मुकदमे दर्ज किए हैं, जिसमें आठ में आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है, जबकि दो मामलों की विवेचना चल रही है। पुलिस ने जिन मामलों में साक्ष्य मिले, उनकी चार्जशीट लगा दी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक चाहे मुकदमा सीधा लिखा जाए या कोर्ट के आदेश पर, सभी में चार्जशीट लगाई जाती है, जिससे कि अपराधी दोबारा इस तरह की वारदात को अंजाम नहीं दे सके। अब तक पांच मामलों में सजा भी हो चुकी है। पॉक्सो एक्ट में भी पुलिस ने दिखाई तत्परता
जिले में पॉक्सो एक्ट के तहत जनवरी से अब तक 14 मुकदमे दर्ज किए गए, जिसमें 12 मामलों में आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल हो चुका है, जबकि दो मामलों की विवेचना प्रचलित है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बच्चों के साथ होने वाले लैंगिक अपराधों में आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट लगाई है।
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दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के मामलों में साक्ष्यों के आधार पर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किए जा चुके हैं। जो मामले लंबित हैं, उनमें विवेचना चल रही है। जमानत पर बाहर आए आरोपितों की भी पुलिस निगरानी कर रही है।
-अमरेंद्र प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक