पीएम शहरी आवास अधूरे,सर्द हवाएं व ठिठुरन से दिक्कत
संवाद सहयोगी तिर्वा प्रधानमंत्री शहरी आवासों का काम पूर्ण नहीं हो पा रहा। कहीं लिटर न
संवाद सहयोगी, तिर्वा : प्रधानमंत्री शहरी आवासों का काम पूर्ण नहीं हो पा रहा। कहीं लिटर नहीं तो कहीं प्लास्टर, खिड़की व दरवाजे नहीं लगे। इससे अब शीतलहर व ठिठुरन सताने लगी है। लाभार्थियों की लाख कोशिशों के बाद भी दूसरी व तीसरी किस्त की धनराशि नहीं मिल पा रही।
नगर पंचायत में वित्तीय वर्ष 2019-20 में 195 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत आशियाने दिए गए थे। इसमें 190 लोगों को तीसरी किस्त व छह लोगों को दूसरी किस्त का इंतजार है। तीसरी किश्त न मिलने से मकानों में प्लास्टर, खिड़की, दरवाजा, फर्श व रंग-रोगन नहीं हो पा रहा। दूसरी किस्त के इंतजार में बैठे लाभार्थियों के आवास पर लिटर तक नहीं पड़ा। इससे शीतलहर व ठिठुरन सताने लगी। अधूरे आवासों में रहना मुश्किल हो रहा। लोगों ने धनराशि की मांग को लेकर कई बार संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायतें दर्ज कराई, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। डूडा कर्मचारियों ने शिकायती पत्रों पर निस्तारण आख्या भी दर्ज कर दी, लेकिन पीड़ितों की समस्या जस की तस है। नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी घनश्याम राय ने बताया कि नगर के लोगों की समस्या को लेकर उच्चाधिकारियों से बात की गई, लेकिन कमियां निकाल दी गई। इसको लेकर एक बार फिर से रिमाइंडर भेजा जाएगा। जल्द ही समस्या का समाधान कराया जाएगा।
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आवास को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
संवाद सूत्र, गुरसहायगंज : मानकों की अनदेखी कर प्रधानमंत्री आवास वितरित किए जाने को लेकर युवक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच कराए जाने की मांग की मांग है। अशोक नगर निवासी अभिमन्यु त्रिपाठी ने भेजे पत्र में बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत अपात्रों को आवास आवंटित किए गए हैं। लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। जिसके उपरांत युवक ने डूडा अधिकारी के ऊपर मानकों के विपरीत प्रधानमंत्री आवास अपात्रों को वितरित करने का आरोप लगाया। पात्रों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलना चाहिए। अपात्रों के आवासों की जांच कराकर आवास वापस लेने व पात्रों में आवास बांटने तथा संबंधित अधिकारियों पर आवश्यक कार्यवाही होनी चाहिए।