पौधारोपण की तैयारी अधूरी, अधिकारी बेखबर

जागरण संवाददाता कन्नौज हरियाली के नाम पर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। इस वर्ष जिले को 28.82

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:43 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 04:43 PM (IST)
पौधारोपण की तैयारी अधूरी, अधिकारी बेखबर
पौधारोपण की तैयारी अधूरी, अधिकारी बेखबर

जागरण संवाददाता, कन्नौज : हरियाली के नाम पर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। इस वर्ष जिले को 28.82 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है, जो सभी विभाग मिलकर पूरा करेंगे। इसमें वन 12.31 व अन्य विभागों को 16.51 लाख पौधे लगाने हैं। वन को छोड़ बाकी विभागों को फिक्र नहीं हैं। इस बार लक्ष्य कई गुना होने के कारण वन विभाग ने पहले से गड्ढे खोदने के साथ पौध तैयार कर ली है, जबकि अन्य विभागों ने अभियान का माइक्रो प्लान तक नहीं बनाया है। माइक्रो प्लान में पौधारोपण के लिए जगह चिह्नित करना, गाटा संख्या, जमीन कृषि या किस योग्य है, कौन-कौन से पौधे की प्रजाति लगाना, कितने पौधे लगाना, गड्ढे खोदना समेत कई कार्य की योजना पर काम नहीं शुरू किया है, जबकि पौध तैयार करने व गड्ढे खोदने का यही उचित समय है। पौधारोपण अगस्त से जुलाई में होगा इसलिए समय कम है और लक्ष्य कई गुना है। प्रभागीय वन अधिकारी जेएल गुप्ता ने बताया कि वन विभाग ने पौध तैयार करने के साथ लक्ष्य के अनुसार गड्ढे खोद लिए हैं। बाकी विभागों को पत्राचार किया जा रहा है।

----

वन 12.31 व अन्य लगाएंगे 16.51 लाख पौधे

इस वर्ष कुल 28.82 लाख पौधा लगाने का लक्ष्य जिले को मिला है। इसमें वन विभाग 12.31 लाख पौधे 624 हेक्टेयर में लगाएगा। वहीं, ग्राम्य विकास, राजस्व, लोक निर्माण, शिक्षा, मंडी, कृषि उद्यान समेत अन्य विभाग 16.51 लाख पौधे लगाएंगे। इन विभागों का कोई क्षेत्रफल निर्धारित नहीं होता है, जो कार्यालय, विद्यालय, रोड किनारे, नहर पटरी, बाग समेत ऐसी जगहों पर पौधे लगाते हैं। इसके बाद भी माइक्रो प्लान तैयार नहीं कर पाए हैं।

-----

इन विभागों को मिला इतना लक्ष्य

वन 12,31,000 पर्यावरण 2,61,504 ग्राम्य विकास 9,00,360, राजस्व 10,24,000, पंचायती राज 10,24,000, आवास विकास 7800, औद्योगिक विकास 4800, नगर विकास 19,440, पीडब्ल्यूडी 11,520, सिचाई 11,520, रेशम 23,169, कृषि 1,72,560, पशुपालन 5640, सहकारिता 4080, उद्योग 9600, विद्युत 5400, शिक्षा 29,360, श्रम 2880, स्वास्थ्य 10800, परिवहन 2880, रेलवे 18720, रक्षा 8400, उद्यान 1,13,496 व गृह विभाग 7080।

chat bot
आपका साथी